प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राम राज्‍य की स्‍थापना की ओर हम सब बढ़ रहे हैं : भाजपा |

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राम राज्‍य की स्‍थापना की ओर हम सब बढ़ रहे हैं : भाजपा

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राम राज्‍य की स्‍थापना की ओर हम सब बढ़ रहे हैं : भाजपा

:   Modified Date:  February 6, 2024 / 08:37 PM IST, Published Date : February 6, 2024/8:37 pm IST

लखनऊ, छह फरवरी (भाषा) उत्‍तर प्रदेश की विधानसभा में मंगलवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने राज्‍यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) पर राम का विरोध करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में राम राज्‍य की स्‍थापना की ओर हम सब बढ़ रहे हैं और राम राज्य स्थापित होकर रहेगा।

वहीं सपा सदस्यों ने कहा कि राज्‍यपाल समेत तमाम भाषण अयोध्‍या पर केन्द्रित होकर रह गया और बुनियादी मसलों को हल करने के लिए कोई पहल नहीं की गयी।

भाजपा सदस्य नीरज बोरा ने सोमवार को सदन में राज्‍यपाल के अभिभाषण पर धन्‍यवाद प्रस्‍ताव पेश किया जिस पर मंगलवार को भी प्रश्नकाल के बाद चर्चा शुरू हुई।

उप्र सरकार के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने अभिभाषण पर राज्‍यपाल को धन्यवाद देते हुए कहा कि ”राज्‍यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत अयोध्‍या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से की।

उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अयोध्‍या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई और अभी तक देश राम मय बना हुआ है।”

शर्मा ने कहा, ” प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में राम राज्‍य की स्‍थापना की ओर हम सब बढ़ रहे हैं। राम राज्य स्थापित होकर रहेगा। वह रुक नहीं सकता। उसे रोकने की जो जितनी कोशिश करेगा वह सिमटता जाएगा, उसके सीटों की संख्या कम होती जाएगी।”

उन्‍होंने अभिभाषण के दौरान सपा सदस्यों द्वारा राज्‍यपाल वापस जाओ, राज्‍यपाल-गो बैक, नारों का जिक्र करते हुए कहा, ” सभी लोग राम आए, राम आ रहे हैं, राम आ गये, पुकार रहे थे और कुछ लोग ‘गो बैक-गो बैक’ कर रहे थे।”

उन्‍होंने कहा कि राज्‍यपाल ने यह भी कहा था कि अयोध्‍या अपने त्रेतायुगीन गौरव का मॉडल बनकर उभरी है और यह प्रधानमंत्री जी और मुख्‍यमंत्री जी के नेतृत्व में संभव हुआ है। इसके लिए शर्मा ने दोनों को नमन करते हुए बधाई दी।

शर्मा ने कहा, ”प्रधानमंत्री की प्रेरणा और उनके नेतृत्व से यह संभव हुआ है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुछ लोग इस आयोजन पर सवाल उठा रहे थे।”

उन्‍होंने कहा कि ”राम से राम को और राम से राम के धाम को अलग नहीं किया जा सकता है। जो भव्य कार्यक्रम हुआ उसके पीछे की साधना आपने नहीं देखी। हमारे प्रधानमंत्री प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए दो दो सप्ताह भूखे रहे और जमीन पर सोये । साधु संतों ने बखान किया कि हमने तो सिर्फ तीन दिन कहा था लेकिन प्रधानमंत्री दो सप्ताह तक व्रत में रहे।”

नगर विकास मंत्री ने कहा, ”प्रधानमंत्री का भगवान राम के प्रति समर्पण एक अलौकिक दृश्य है उसे पूरी दुनिया ने देखा लेकिन वह आप लोगों को नजर नहीं आया।”

उन्‍होंने कहा, ”आपको अयोध्‍या और राम पसंद नहीं था तो अपने मथुरा (श्रीकृष्‍ण जन्‍मस्‍थान) को ही अच्‍छा कर दिए होते।”

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर ने कहा, ”तमाम भाषण अयोध्‍या पर केन्द्रित होकर रह गया। हमें भी खुशी है कि एक मसला था जिसका उच्चतम न्यायालय के आदेश पर निराकरण हो गया, लेकिन अब यह अलग बात है कि किसको उसका श्रेय मिला, किसको नहीं।”

मंजूर ने कहा, ‘’मुझे उससे कोई एतराज नहीं है, लेकिन जो असली मुद्दे हैं उनका कोई हल नहीं निकल सका है।”

सपा के सदस्य कमलाकांत राजभर ने कहा कि ”राज्‍यपाल के अभिभाषण में जो तथ्य रखे गये, उसमें असली तस्वीर नहीं दिखती। प्रदेश की कानून-व्‍यवस्‍था, महिला सुरक्षा, महंगाई, बेरोजगारी सभी मुद्दों पर अभिभाषण में कोई ठोस कार्य योजना नहीं है।”

उन्‍होंने राज्‍य सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए कहा कि ”एक तरफ सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और दूसरी तरफ बेटियों के साथ अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं।”

भाजपा के संजीव अग्रवाल, राम फेरन पांडेय, मुकेश चौधरी और रमेश मिश्र ने धन्‍यवाद प्रस्‍ताव का समर्थन करते हुए सपा सदस्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्‍यपाल के अभिभाषण के समय कुछ लोग व्‍यवधान डाल रहे थे, उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।

मुकेश चौधरी ने कहा कि ”मैं कई दिनों से देख रहा हूं जहां हर दिल में राम हैं, वहीं कुछ लोगों को राम के नाम से दिक्कत हैं।”

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए हाल ही में संपन्न हुए राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की विशेष तौर पर चर्चा की।

पटेल ने अपने अभिभाषण में कहा ”भारत के इतिहास में वर्ष 2024 अविस्मरणीय स्मृति के रूप में दर्ज हो गया है1 पूरा विश्व इस अलौकिक अवसर का गवाह बना है और भारतीय जन आस्था के संकल्प की सिद्धि के प्रतीक श्री राम जन्मभूमि मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा है।”

भाषा आनन्द रंजन

रंजन

 

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