नैमिषारण्य तीर्थ को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने का काम किया जा रहा : योगी आदित्यनाथ |

नैमिषारण्य तीर्थ को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने का काम किया जा रहा : योगी आदित्यनाथ

नैमिषारण्य तीर्थ को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने का काम किया जा रहा : योगी आदित्यनाथ

:   Modified Date:  February 21, 2024 / 07:36 PM IST, Published Date : February 21, 2024/7:36 pm IST

सीतापुर (उप्र), 21 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सीतापुर में नैमिषारण्य धाम के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इसके महत्व का उल्लेख विभिन्न धार्मिक ग्रंथों में भी किया गया है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्री श्री जगदंबा राज राजेश्वरी मंदिर की स्थापना- प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव व नूतन देवालय के चितशक्ति द्वार का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां पूजन-अर्चना भी की।

उन्होंने कहा कि देश, ‘‘समाज व लोक की व्यवस्था को लोककल्याण के पथ पर उन्मुख करने के लिए जिस देवी का अनुष्ठान करते हैं, वह जगदंबा राजराजेश्वरी है। नैमिष तीर्थ के महात्म्य को ध्यान में रखकर सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। इसे तीर्थ के रूप में विकसित करने की कार्रवाई चल रही है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक आयोजन सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। धर्म केवल उपासना विधि नहीं है। धर्म अच्छे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। धर्म शाश्वत व्यवस्था है, जिसके माध्यम से हम लोग अनुशासन, कर्तव्य व सदाचार का पाठ पढ़ते हैं।’’

उन्होंने कहा कि इनसे जुड़े नैतिक मूल्य का समन्वय ही वास्तव में धर्म है। पंथ-संप्रदाय, उपासना विधियां आएंगी-जाएंगी, लेकिन धर्म हमेशा शाश्वत रहता है। सनातन धर्म इस सृष्टि व मानवता का धर्म है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब तक सनातन धर्म है, विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता रहेगा। सनातन धर्म पर खतरा आएगा तो विश्व मानवता पर खतरा आएगा।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की विरासत को नया स्वरूप प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में प्रारंभ हुए कार्य अद्भुत हैं।

उन्होंने कहा कि काशी में काशी विश्वनाथ को भव्य स्वरूप दिया गया। महाकाल में महालोक का भव्य स्वरूप देखने को मिलेगा। केदारपुरी व बद्रीनाथ धाम में पुनरुद्धार का कार्य चल रहा है। अयोध्या में पांच सदी के बाद कोटि-कोटि सनातन धर्मावलंबियों की आस्था को संबल प्रदान हुआ है।

आदित्यनाथ ने कहा कि ‘‘नैमिषारण्य के पुरातन वैभव को फिर से स्थापित करना धर्म के साथ अर्थ के हित में भी है। यहां का पुरातन वैभव पुर्नस्थापित होने से हजारों स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहले सप्ताह में दो-तीन बार गया तो मैंने व्यापारियों से पूछा कि कुछ लाभ भी हो रहा है या सिर्फ भीड़ ही आ रही है तो उन्होंने बताया कि हमारा व्यापार एक सप्ताह में तीस गुना बढ़ गया है। अच्छे कार्य से समाज के हर वर्ग को लाभ होता है।

भाषा जफर

धीरज

धीरज

 

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