छिंदवाड़ा के महापौर का भाजपा में जाने के बाद यू-टर्न, मतदाताओं से नकुलनाथ के समर्थन का आग्रह किया |

छिंदवाड़ा के महापौर का भाजपा में जाने के बाद यू-टर्न, मतदाताओं से नकुलनाथ के समर्थन का आग्रह किया

छिंदवाड़ा के महापौर का भाजपा में जाने के बाद यू-टर्न, मतदाताओं से नकुलनाथ के समर्थन का आग्रह किया

:   Modified Date:  April 19, 2024 / 05:26 PM IST, Published Date : April 19, 2024/5:26 pm IST

छिंदवाड़ा (मप्र), 19 अप्रैल (भाषा) हाल ही में भाजपा में शामिल हुए शहर के महापौर विक्रम अहाके ने मध्य प्रदेश की हाई-प्रोफाइल छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर शुक्रवार को मतदान के दिन लोगों से कांग्रेस के प्रत्याशी नकुलनाथ को वोट देने का आग्रह किया।

अहाके ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘एक राजनीतिक पार्टी में शामिल होने के तुरंत बाद, मैं घुटन महसूस कर रहा था। मुझे लगा कि मैं उस व्यक्ति के साथ ठीक नहीं कर रहा हूं जिसने छिंदवाड़ा का विकास किया है।’’

अहाके ने कहा कि कमलनाथ ने हमेशा निर्वाचन क्षेत्र की बेहतरी के लिए खुद को समर्पित किया, चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, लोगों को उपचार प्रदान करना हो या विकास कार्य करना हो।

नकुलनाथ पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे हैं और कांग्रेस के टिकट पर छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

अहाके ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘ भविष्य में राजनीति करने के बहुत मौके मिलेंगे। मुझे नहीं पता कि मेरा क्या होगा। लेकिन अगर मैं आज अपने नेता कमलनाथ और नकुलनाथ के साथ खड़ा नहीं हुआ तो यह ठीक नहीं होगा क्योंकि उन्होंने मेरे लिए बहुत कुछ किया है। मैं मतदाताओं से नकुलनाथ (और उनके पिता कमलनाथ) की भारी अंतर से जीत सुनिश्चित करने की अपील करता हूं। ’’

भाजपा ने नकुलनाथ के खिलाफ विवेक बंटी साहू को मैदान में उतारा है और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनके प्रचार के लिए निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया।

छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश की उन छह लोकसभा सीटों में से एक है जहां संसदीय चुनाव के पहले चरण में मतदान हो रहा है।

छिंदवाड़ा के महापौर एक अप्रैल को राज्य की राजधानी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राज्य पार्टी अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे।

मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से, छिंदवाड़ा एकमात्र निर्वाचन क्षेत्र है जहां भाजपा 2019 में हार गई थी। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इस सीट से नौ बार जीत चुके हैं।

भाषा दिमो

राजकुमार मनीषा

मनीषा

 

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