भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले की अमेरिकी सांसदों और भारतीय अमेरिकी संगठनों ने आलोचना की |

भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले की अमेरिकी सांसदों और भारतीय अमेरिकी संगठनों ने आलोचना की

भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले की अमेरिकी सांसदों और भारतीय अमेरिकी संगठनों ने आलोचना की

:   Modified Date:  July 8, 2023 / 03:43 PM IST, Published Date : July 8, 2023/3:43 pm IST

वाशिंगटन,आठ जुलाई (भाषा) अमेरिकी सांसदों तथा भारतीय अमेरिकी समुदाय से जुड़े कई संगठनों ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हाल ही में हुए हमले की निंदा की है और घटना की कड़ाई से जांच की मांग की है ताकि इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।

सांसदों और संगठनों ने अलग-अलग बयान जारी करके कहा कि प्रदर्शन का अधिकार अमेरिकी संविधान में प्रदत्त है लेकिन किसी को भी हिंसा करने का अधिकार नहीं है।

उन्होंने अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत संधू सहित भारतीय राजनयिकों को अलगववादी सिखों की ओर से दी गई धमकियों की भी आलोचना की और राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन से विदेशी राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।

खालिस्तान समर्थकों ने ट्विटर पर दो जुलाई की तारीख का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगजनी की घटना दिखाई गई है।

वीडियो में ‘हिंसा से हिंसा पैदा होती है’ जैसे वाक्य लिखे हैं। इसमें कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की मौत से जुड़ी खबरों को भी दिखाया गया है।

निज्जर भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में से एक था और उस पर 10 लाख रुपये का नकद इनाम था। पिछले महीने कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

सांसद फ्रैंक पैलोन ने कहा कि विदेशी राजनयिकों को अमेरिका में अपने जीवन को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उम्मीद करता हूं कि प्रशासन रक्षा और सुरक्षा मुहैया कराएगी।’’

पैलोन ने कहा, ‘‘ भारतीय कॉकस का सदस्य होने के नाते, मैं त्वरित तथा गहन जांच की मांग में आपके साथ हूं। हमें जवाबदेही तैय करनी चाहिए।’’

यह इस साल सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले की दूसरी घटना थी। इससे पहले 19 मार्च को खालिस्तान समर्थकों ने वाणिज्य दूतवास पर हमला किया था और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया था। खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए अस्थायी सुरक्षा अवरोधकों को तोड़ दिया था और वाणिज्य दूतावास परिसर के अंदर दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे लगा दिए थे।

वाणिज्य दूतावास के दो कर्मियों ने तत्काल ही इन झंडों को हटा दिया था। ‘फेडरेशन ऑफ गुजराती एसोसिएशन ऑफ यूएसए’ ने भी हमले की कड़ी निंदा की है।

संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘ इस प्रकार का बर्ताव अस्वीकार्य है और हम अमेरिकी अधिकारियों से अपील करते हैं कि अपराधियों को न्याय के दायरे में लाया जाए।’’

‘फेडरेशन ऑफ तमिल संगम ऑफ नार्थ अमेरिका’ ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास के प्रति अपना अटूट समर्थन व्यक्त किया।

मैरीलैंड के ‘नेशनल काउंसिल ऑफ एशियन इंडियन एसोसिएशन’ ने कहा कि आगजनी की घटना में जिनका भी हाथ हैं, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।’’

अमेरिका के प्रमुख सिख संगठन ‘सिख ऑफ अमेरिका’ ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है। संगठन ने कहा, ‘‘हम सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास के प्रति अपना अटूट समर्थन व्यक्त करते हैं। हम स्थानीय तथा संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों से घटना के दोषियों को कठघरे में लाने की अपील करते हैं।’’

भाषा शोभना संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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