भारत-जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं : प्रधानमंत्री मोदी ने तोक्यो में प्रवासी भारतीयों से कहा |

भारत-जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं : प्रधानमंत्री मोदी ने तोक्यो में प्रवासी भारतीयों से कहा

भारत-जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं : प्रधानमंत्री मोदी ने तोक्यो में प्रवासी भारतीयों से कहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : May 23, 2022/5:25 pm IST

तोक्यो, 23 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रवासी भारतीयों से कहा कि भारत और जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं तथा भारत की विकास यात्रा एवं क्षमता निर्माण में जापान की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।

तोक्यो में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ जापान से हमारा रिश्ता सामर्थ्य, सम्मान और विश्व के लिए साझे संकल्प का है। जापान से हमारा रिश्ता बुद्ध, बोध, ज्ञान, ध्यान का है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ भारत और जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं। भारत की विकास यात्रा में जापान की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। जापान से हमारा रिश्ता आत्मीयता का है, आध्यात्म का है, सहयोग का है, अपनेपन का है।’’

मोदी ने भारत के क्षमता निर्माण में जापान को एक अहम भागीदार बताया।

उन्होंने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल हो, दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा हो, समर्पित माल गलियारा हो, ये भारत-जापान के सहयोग के बहुत बड़े उदाहरण हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की दुनिया को भगवान बुद्ध के विचारों पर, उनके बताए रास्ते पर चलने की बहुत ज़रूरत है।

उन्होंने कहा, ‘‘ यही रास्ता है जो आज दुनिया की हर चुनौती, चाहे वो हिंसा हो, अराजकता हो, आतंकवाद या जलवायु परिवर्तन हो… इन सबसे मानवता को बचाने का यही मार्ग है।’’

उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा समस्या का समाधान निकाला है, चाहे समस्या कितनी बड़ी क्यों न रही हो । उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय अनिश्चितता का महौल था लेकिन उस समय भी भारत ने ‘मेड इन इंडिया’ वैक्सीन्स अपने करोड़ों नागरिकों को भी लगाईं और दुनिया के 100 से अधिक देशों को भी भेजीं ।

भारतीय समुदाय के लोगों द्वारा ‘भारत माता की जय’ के उद्घोष के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी वे जापान आए, उन्हें काफी स्नेह मिला।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने एक मजबूत और लचीले एवं जिम्मेदार लोकतंत्र की पहचान बनाई है और उसे बीते आठ साल में हमने लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव का माध्यम बनाया है।

मोदी ने कहा, ‘‘ भारत में आज सही मायने में लोकोन्मुखी प्रशासन काम कर रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ प्रशासन का यही मॉडल, परिणाम को प्रभावी बना रहा है। यही लोकतंत्र पर निरंतर मज़बूत होते विश्वास का सबसे बड़ा कारण है।’’

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपने अतीत को लेकर जितना गौरवान्वित है, उतना ही प्रौद्यागिकी नीत, विज्ञान नीत, नवाचार नीत और प्रतिभा आधारित भविष्य को लेकर भी आशावान है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान से प्रभावित होकर स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि हर भारतीय नौजवान को अपने जीवन में कम से कम एक बार जापान की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘ स्वामी जी की इस सद्भावना को आगे बढ़ाते हुए, मैं चाहूंगा कि जापान का हर युवा अपने जीवन में कम से कम एक बार भारत की यात्रा करे । ’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दो दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे। वह यहां क्वाड नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। तोक्यो में 24 मई को होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस हिस्सा लेंगे।

भाषा दीपक दीपक नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)