कोविड महामारी के बाद दक्षिण अफ्रीका में भारतीयार पुरस्कार की दोबारा वापसी |

कोविड महामारी के बाद दक्षिण अफ्रीका में भारतीयार पुरस्कार की दोबारा वापसी

कोविड महामारी के बाद दक्षिण अफ्रीका में भारतीयार पुरस्कार की दोबारा वापसी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : September 25, 2022/2:03 pm IST

(फकीर हसन)

जोहानिसबर्ग, 25 सितंबर (भाषा) दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग के लेनेसिया स्थित धार्मिक संगठन शिव गण सभा द्वारा प्रसिद्ध तमिल कवि और स्वतंत्रता सेनानी सी. सुब्रमण्यम भारती के नाम पर दिया जाने वाला पुरस्कार इस साल प्रदान किया गया, जो दो साल से कोविड-19 महामारी की वजह से बंद था।

संगठन वर्ष 2007 से ही यह पुरस्कार दे रहा है और इसे सितंबर महीने में प्रदान किया जाता है जब दक्षिण अफ्रीका विरासत महीना मनाता है।

इस पुरस्कार की शुरुआत संगठन के संस्थापक सदस्यों में से एक गुरु मरिये पिल्लै ने की थी। इस साल के पुरस्कार की थीम ‘कोविड महामारी के नायक’ रखी गई है क्योंकि इस साल 22 व्यक्तियों और समुदाय के संगठनों को महामारी के दौरान नागरिकों की मदद में भूमिका के लिए सम्मानित किया गया है।

सभा की मैगी गोविंदन ने कहा, ‘‘हमें पुरस्कार के लिए बड़े पैमाने पर नामांकन प्राप्त हुए थे, इन सभी लोगों ने लॉकडाउन में अपनी जान खतरे में डालकर विभिन्न तरह से लोगों की मदद की।’’ उन्होंने कहा कि कई अर्हता रखने वाले नामांकनों की वजह से उनमें से पुरस्कार के लिए चुनना मुश्किल कार्य था।

इस साल हिंदू, मुस्लिम और ईसाई धार्मिक नेताओं के अलावा एंबुलेंस सेवा, डॉक्टर, फर्मासिस्ट, अस्पताल, दाह गृह और अन्य नागरिक संगठनों और व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है जिन्होंने खतरे के बावजूद प्रभावित लोगों की मदद की।

कोविड-19 महामारी से मौत से पहले लोगों की मदद करने के लिए थिरु सीरालिन नायडू को मरणोपरांत पुरस्कार प्रदान किया गया है।

भाषा धीरज नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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