आखिर क्यों हुआ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान पर हमला? जुम्मे की नमाज़ के बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की तैयारी...जानें IBC Pedia में |

आखिर क्यों हुआ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान पर हमला? जुम्मे की नमाज़ के बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की तैयारी…जानें IBC Pedia में

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के वज़ीराबाद इलाके में विरोध मार्च के दौरान एक बंदूकधारी ने खान (70) को ले जा रहे ट्रक पर गोली चला दी, जिससे खान के पैर में गोली लग गई थी। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : November 4, 2022/1:56 pm IST

Imran Khan attack: इस्लामाबाद, 4 नवंबर । इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने घोषणा की है कि पूर्व प्रधानमंत्री अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बावजूद मध्यावधि चुनाव करवाने की मांग को लेकर सरकार पर दबाव डालने के मकसद से जुम्मे की नमाज़ के बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के वज़ीराबाद इलाके में विरोध मार्च के दौरान एक बंदूकधारी ने खान (70) को ले जा रहे ट्रक पर गोली चला दी, जिससे खान के पैर में गोली लग गई थी। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। खान की पार्टी का दावा है कि यह इमरान खान की ‘‘हत्या का प्रयास’’ था।

पीटीआई पार्टी के महासचिव असद उमर ने ट्वीट कर कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाएंगी तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। उमर ने कहा, ‘‘जुम्मे की नमाज़ के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जब तक इमरान खान की मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक यह विरोध लगातार जारी रहेगा।’’

read more: IMD Weather Update: इन राज्यों में 5 दिनों तक बारिश का अलर्ट, कहीं सांसों का संकट तो कहीं बारिश की आफत

शहबाज़ शरीफ नीत सरकार पर दबाव

Imran Khan attack: हालांकि, उन्होंने खान द्वारा की जा रही मांगों के बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन खान वर्तमान सरकार पर मध्यावधि चुनावों करवाए जाने की मांग कर रहे हैं। खान ने शहबाज़ शरीफ नीत सरकार पर दबाव डालने के लिए 28 अक्टूबर को ‘हकीकी आज़ादी’ मार्च शुरू किया था। पार्टी का कहना है कि खान, अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बावजूद सरकार पर जल्द चुनाव कराने का दबाव डालने के वास्ते अपना राजनीतिक संघर्ष जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हमला खान पर एक सुनियोजित हत्या का प्रयास?

पीटीआई के एक वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने आरोप लगाया कि यह ‘‘यह हमला खान पर एक सुनियोजित हत्या का प्रयास था और वह बाल-बाल बच गए। हमला किसी नौ एम.एम. की पिस्तौल से नहीं बल्कि एक स्वचालित हथियार से किया गया।’’ पुलिस ने कहा था कि हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि सात घायल हो गए। हालांकि, ‘डॉन’ अखबार ने शुक्रवार को कहा, एक व्यक्ति की मौत के अलावा 14 लोग घायल हुए हैं।

Imran Khan attack: पीटीआई पार्टी के अनुसार, लाहौर में खान द्वारा बनवाए गए शौकत खानम अस्पताल में उनकी सर्जरी की गई और अब वे खतरे से बाहर हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि खान विरोध मार्च जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर खान के हवाले से कहा गया, ‘‘मैं नहीं झुकूंगा, अपने साथी पाकिस्तानियों के लिए ‘हकीकी आज़ादी’ हासिल करने के वास्ते दृढ़ रहूंगा।’’

read more:  Twitter Down: एलन मस्क के हाथों आते ही ठप्प हुआ ट्विटर! सुबह से यूजर नहीं कर पा रहे एक्सेस

‘हकीकी आज़ादी’ मार्च  किया था शुरू

खान ने 28 अक्टूबर को लाहौर से चल कर चार नवंबर तक इस्लामाबाद पहुंचने के लक्ष्य से ‘हकीकी आज़ादी’ मार्च शुरू किया था, लेकिन प्रदर्शन के कार्यक्रम में बदलाव के कारण मार्च के अब 11 नवंबर तक इस्लामाबाद पहुंचने की संभावना है। बता दें कि अभी तक शहबाज़ शरीफ नीत सरकार ने खान के नेतृत्व में पीटीआई कार्यकर्ताओं को राजधानी में रैली करने की अनुमति नहीं दी है।

इस बीच,इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने राजधानी में विरोध रैली की अनुमति देने वाली याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। खान पर हमला करने वाले हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया और एक इकबालिया बयान का वीडियो भी जारी हुआ है।

read more:  Dev Uthani Ekadashi 2022: आज देवउठनी एकादशी व्रत, मुहूर्त, पूजा विधि और पारण का समय…यहां जानें

हमलावर ने क्यों दागी गोलियां

पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर द्वारा अपलोड किए गए एक वीडियो में, हमलावर होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि वह इमरान खान को मारना चाहता था क्योंकि पूर्व पीएम लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कथित शूटर को वीडियो में यह कहते हुए सुना गया कि वह इमरान खान को खत्म करना चाहता था क्योंकि वह (इमरान खान) लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हमलावर ने आगे कहा कि उसने इमरान को गोली मारने की कोशिश की और किसी को नहीं, आरोपी ने फैसला तब किया जब इमरान लाहौर से चले थे। हमलावर के अनुसार उसने यह अकेले किया है, इसमें कोई और शामिल नहीं है।

75 सालों के इतिहास में सेना ने चार बार तख्तापलट

एक संभावना है कि अधिक हिंसा होने पर पाकिस्तान की सेना देश की राजनीति में दखल दे सकती है, सेना के शीर्ष अधिकारी जनरल मार्शल लॉ से लेकर एकमुश्त अधिग्रहण तक कई विकल्पों का प्रयोग चुन सकते हैं। आपको बता दें कि पाकिस्तान के 75 सालों के इतिहास में सेना ने चार बार तख्तापलट किया है।