भारत में गिरफ्तार चार श्रीलंकाई नागरिकों की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में दल गठित |

भारत में गिरफ्तार चार श्रीलंकाई नागरिकों की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में दल गठित

भारत में गिरफ्तार चार श्रीलंकाई नागरिकों की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में दल गठित

:   Modified Date:  May 22, 2024 / 03:02 PM IST, Published Date : May 22, 2024/3:02 pm IST

कोलंबो, 22 मई (भाषा) श्रीलंकाई पुलिस ने बुधवार को कहा कि गुजरात में गिरफ्तार किए गए उसके चार नागरिकों की जांच के लिए गठित दल का नेतृत्व एक वरिष्ठ उप महानिरीक्षक करेंगे।

श्रीलंका के चार नागरिकों को भारत में गिरफ्तार किया गया था, जब वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की तरफ से आतंकी गतिवधियों को अंजाम देने के एक कथित मिशन पर थे।

गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) ने एक गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को चार श्रीलंकाई नागरिकों को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे से हिरासत में लिया था। वे कोलंबो से चेन्नई पहुंचे थे।

भारतीय पुलिस के अनुसार, इन लोगों ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) के इशारे पर आतंकी गतिवधियों को अंजाम देने के लिए भारत की यात्रा की थी। वे आईएस के सदस्य हैं और उन्हें पाकिस्तान में रह रहे श्रीलंका के एक व्यक्ति ने कट्टरपंथी बनाया था।

पुलिस प्रवक्ता और वरिष्ठ अधीक्षक निहाल तालदुवा ने पीटीआई से कहा, ‘‘पुलिस महानिरीक्षक देशबंदु तेन्नाकून ने एक वरिष्ठ उप महानिरीक्षक की अगुवाई में जांच दल का गठन किया है।’’

उन्होंने बताया कि पुलिस प्रमुख ने यह कदम भारतीय प्राधिकारियों द्वारा श्रीलंकाई नागरिकों की गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना मिलने के बाद उठाया है।

तालदुवा ने कहा कि नियुक्त डीआईजी के पास अपराध जांच प्रभाग और आतंकवाद जांच प्रभाग का प्रभार है और वह जांच में खुफिया एजेंसियों के साथ सहयोग करेंगे।

जन सुरक्षा मंत्री तिरान एलेस और आईजीपी तेन्नाकून ने मंगलवार को कहा था कि वे इन खबरों को गंभीरता से ले रहे हैं और घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं।

गुजरात के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय के अनुसार, आरोपी मोहम्मद नुसरत (35), मोहम्मद फारूक (35), मोहम्मद नाफरान (27) और मोहम्मद रासदीन (43) ने जांचकर्ताओं को बताया कि वे पूर्व में प्रतिबंधित संगठन नेशनल तौहीद जमात से संबद्ध थे और पाकिस्तानी आका अबू बकर अल बगदादी के संपर्क में आने के बाद आईएस में शामिल हुए।

भाषा गोला अविनाश

अविनाश

 

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