श्रीलंका ने ईस्टर बम विस्फोटों की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की अनुमति दी थी : विक्रमसिंघे |

श्रीलंका ने ईस्टर बम विस्फोटों की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की अनुमति दी थी : विक्रमसिंघे

श्रीलंका ने ईस्टर बम विस्फोटों की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की अनुमति दी थी : विक्रमसिंघे

:   Modified Date:  March 31, 2024 / 09:54 PM IST, Published Date : March 31, 2024/9:54 pm IST

कोलंबो, 31 मार्च (भाषा) श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने रविवार को कहा कि सरकार ने 2019 में ‘ईस्टर संडे’ को हुए बम विस्फोटों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की अनुमति दी थी।

देशभर के ईसाइयों ने शांतिपूर्ण माहौल में, परंतु कड़ी सुरक्षा के बीच ‘ईस्टर संडे’ की प्रार्थना सभा आयोजित कीं।

पुलिस ने कहा कि रविवार को श्रीलंका भर के गिरजाघरों को सुरक्षा के दायरे में रखा गया था।

पुलिस प्रवक्ता निहाल थल्दुवा ने कहा कि 1,873 गिरजाघरों में सुरक्षा प्रदान करने के लिए 6,522 पुलिस अधिकारियों, पुलिस के विशेष कार्य बल के 300 से अधिक अधिकारियों और 2,746 सैन्यकर्मियों को तैनात किया गया है।

वर्ष 2019 में 11 भारतीयों सहित 270 से अधिक लोग मारे गए थे, जब आईएसआईएस से जुड़े स्थानीय इस्लामी चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) से जुड़े आत्मघाती हमलावरों ने ‘ईस्टर संडे’ पर श्रीलंका के गिरजाघरों और इतने ही होटलों में विस्फोटों को अंजाम दिया था।

‘गुड फ्राइडे’ के बाद के पहले रविवार को ‘ईस्टर संडे’ कहा जाता है।

तत्कालीन प्रधानमंत्री एवं (मौजूदा राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने अपने ‘ईस्टर संडे’ संदेश में जोर देकर कहा कि सरकार ने न्याय के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की अनुमति दी थी।

विक्रमसिंघे ने कहा, ”वह काली याद हमारे दिमाग से कभी नहीं मिटेगी।”

मामले की जांच में पिछले हफ्ते एक नया मोड़ आया जब सिरिसेना ने खुलासा किया कि उन्हें हमलों के पीछे के मास्टरमाइंड के बारे में पता था।

इसके बाद पुलिस ने उनका बयान दर्ज किया, जबकि मजिस्ट्रेट अदालत ने उन्हें अपनी सार्वजनिक टिप्पणी पर अदालत में बयान देने के लिए चार अप्रैल को पेश होने के लिए कहा है।

भाषा सुरेश रंजन

रंजन

 

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