भारतीय शिपयार्ड में अमेरिकी नौसैन्य जहाजों के रखरखाव की संभावनाएं खंगाली जा रहीं |

भारतीय शिपयार्ड में अमेरिकी नौसैन्य जहाजों के रखरखाव की संभावनाएं खंगाली जा रहीं

भारतीय शिपयार्ड में अमेरिकी नौसैन्य जहाजों के रखरखाव की संभावनाएं खंगाली जा रहीं

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:51 PM IST, Published Date : April 13, 2022/4:05 pm IST

(ललित के झा)

वाशिंगटन, 13 अप्रैल (भाषा) भारत और अमेरिका ने एक छोटे लेकिन महत्वपूर्ण कदम के तहत भारतीय शिपयार्ड में न केवल अमेरिकी नौसेना के जहाजों के रखरखाव, बल्कि मरम्मत की संभावनाओं का पता भी लगाने का फैसला किया है।

इससे न केवल भारत-अमेरिका रक्षा व्यापार को बढ़ावा मिलने, बल्कि भारतीय शिपयार्ड (जहाज बनाने या मरम्मत करने का स्थान) के लिए अतिरिक्त कारोबारी संभावनाएं विकिसत होने की भी उम्मीद है। इस संबंध में निर्णय सोमवार को यहां आयोजित भारत-अमेरिका ‘2+2’ मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान लिया गया।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जबकि भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।

‘2+2’ वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है, ‘‘नौसैन्य क्षेत्र में रक्षा औद्योगिक सहयोग को और बढ़ाने के लिए दोनों पक्ष यूएस मैरीटाइम सीलिफ्ट कमांड (एमएससी) के जहाजों की मरम्मत और रखरखाव के लिए भारतीय शिपयार्ड के उपयोग की संभावनाएं खंगालने पर सहमत हुए हैं।’’

पिछले एक दशक में भारतीय और अमेरिकी सेनाओं के बीच विशेष रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ा है। सीलिफ्ट कमान में अमेरिकी नौसेना के बेड़े में मौजूद जहाजों के अलावा विभिन्न अनुबंधों के तहत आने वाले जहाज शामिल हैं।

भाषा आशीष पारुल

पारुल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)