यूक्रेन के दस्तावेजों से रूसी सैनिकों के कथित अत्याचारों का हो रहा है खुलासा |

यूक्रेन के दस्तावेजों से रूसी सैनिकों के कथित अत्याचारों का हो रहा है खुलासा

यूक्रेन के दस्तावेजों से रूसी सैनिकों के कथित अत्याचारों का हो रहा है खुलासा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:53 PM IST, Published Date : April 3, 2022/8:56 pm IST

बुका (यूक्रेन), तीन अप्रैल (एपी) यूक्रेन के विभिन्न शहरों से रूसी सैनिकों के हटने तथा हमलों को कहीं और केंद्रित करने के बाद वहां पहुंचे यूक्रेनी सैनिकों को क्रूरता और अत्याचार के शिकार हुए लोगों के शव मिल रहे हैं।

इस बीच, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के दक्षिणी और पूर्वी इलाकों में ईंधन और हथियारों के जखीरों को निशाना बनाकर हमले किए।

कीव से उत्तर-पश्चिम में स्थित छोटे शहर बुका में पहुंचे एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार के मुताबिक, उसने नौ ऐसे लोगों के शव देखे, जिन्हें नजदीक से गोली मारी गयी थी। उनमें से दो लोगों के हाथ बांधकर उन्हें गोली मारी गयी। इसके अलावा एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकार ने प्लास्टिक और टेप से बांधे गए कुछ शवों को खाई में पड़े भी देखा।

अधिकारियों ने कहा कि वे सबूतों का दस्तावेजीकरण कर रहे हैं ताकि युद्ध अपराधों के लिए रूसी अधिकारियों पर मुकदमा चलाया जा सके। रूसी सैनिकों के हटने के बाद यूक्रेन की सेना ने कुछ क्षेत्रों पर पुनः अपना कब्जा जमा लिया है।

वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी अरेस्तोविच ने रविवार को कहा कि अधिकारियों को राजधानी कीव के बाहरी इलाके में रूसी सैनिकों द्वारा गंभीर युद्ध अपराधों को अंजाम दिए जाने के सबूत मिले हैं।

अरेस्तोविच ने बताया कि रूसी सैनिकों की वापसी के बाद कीव के इरपिन, बुशा और होस्तोमेल उपनगर की सड़कों पर बड़ी संख्या में नागरिकों की लाशें मिली हैं। उन्होंने इस दृश्य की तुलना ‘हॉरर फिल्म’ से की।

अरेस्तोविच ने कहा कि कुछ लोगों के सिर में गोली मारी गई थी और उनके हाथ बंधे हुए थे, जबकि कई शवों पर शारीरिक यातना के निशान थे। उन्होंने रूसी सैनिकों पर यूक्रेनी महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने और उन्हें जलाने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया।

अरेस्तोविच ने कहा कि यूक्रेनी अधिकारी कथित युद्ध अपराधों की जांच करेंगे और इसके साजिशकर्ताओं का पता लगाएंगे।

पिछले 39 दिनों से चल रहे इस युद्ध की वजह से अब तक 40 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़कर अन्य स्थानों पर शरण ले चुके हैं।

एपी रवि कांत नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)