दुनिया ऐसे मोड़ पर, जहां हर देश को खेमा चुनने के लिए कहा जा रहा : हिना रब्बानी खार |

दुनिया ऐसे मोड़ पर, जहां हर देश को खेमा चुनने के लिए कहा जा रहा : हिना रब्बानी खार

दुनिया ऐसे मोड़ पर, जहां हर देश को खेमा चुनने के लिए कहा जा रहा : हिना रब्बानी खार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:50 PM IST, Published Date : May 24, 2022/7:53 pm IST

(बरुण झा)

दावोस, 24 मई (भाषा) यूक्रेन संकट पर वैश्विक नेताओं की चर्चा और रूस की आलोचना के बीच पाकिस्तान की मंत्री हिना रब्बानी खार ने मंगलवार को कहा कि दुनिया एक ऐसे मोड़ पर पहुंच गई है जहां हर देश को खेमा चुनने के लिए कहा जा रहा या विपक्षी खेमे के हिस्से के रूप में पेश किया जा रहा है।

पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री खार विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक में भू-राजनीतिक परिदृश्य पर एक सत्र को संबोधित कर रही थीं।

खार ने कहा, ‘‘अगर आगामी पीढ़ी यह पूछती है कि महामारी, भूख संकट और जलवायु परिवर्तन के रूप में संकट आने पर वैश्विक नेतृत्व ने क्या किया और जवाब दिया जाता है कि दुनिया युद्ध में चली गई, तो मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा जवाब होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी के लिए यह कठिन समय है। यदि जवाब यह है कि टकराव हो रहा था और सहयोग नहीं हुआ, तो यह एक अच्छा जवाब नहीं होगा। मुझे लगता है कि आगामी पीढ़ी को हमारे बारे में राय कायम करने का पूरा अधिकार है।’’

मंत्री ने आगे कहा कि अगर हर बार हमें यह पूछना पड़े कि आपने किसे चुना है, तो इससे पता चलता है कि हम वैश्विक समुदाय के रूप में कहां पहुंच चुके हैं।

खार ने कहा, ‘‘यह स्थिति पिछले 20 वर्षों से हमारे द्वारा प्रस्तुत किए गए विकल्पों के कारण है। यदि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का टकराव होता है, पाकिस्तान जैसे देशों को बहुत सामान्य विकल्प दिए जाते हैं-क्या आप हमारे साथ हैं या आप हमारे खिलाफ हैं। यदि आप उनके साथ हैं तो आप हमारे खिलाफ हैं, इसका जवाब देना बहुत मुश्किल और असंभव है। यह पाकिस्तान के लिए और भी मुश्किल है।’’

खार ने कहा, ‘‘हर कोई नियम-आधारित व्यवस्था चाहता है, लेकिन हमने महज अपने फायदे के हिसाब से चुनिंदा तरीके से नियमों को अपनाना शुरू कर दिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने आर्थिक साधनों को हथियार बनाना शुरू कर दिया है। हम हस्तक्षेप के प्रभाव को जानते हैं लेकिन हम दुनिया भर के आम लोगों पर प्रतिबंधों के प्रभाव को नहीं जानते हैं। हम एक बेहद खतरनाक दुनिया में रह रहे हैं।’’

अफगानिस्तान के बारे में खार ने कहा, ‘‘पाकिस्तान चाहता है कि दुनिया यह सुनिश्चित करे कि वहां के किसी आम नागरिक को दूसरों की नैतिक मजबूरियों के कारण नुकसान न उठाना पड़े। हम वहां के लाखों नागरिकों को भूखा नहीं रहने दे सकते।’’

भाषा आशीष शफीक

शफीक

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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