विश्व को 2014 में बोलना चाहिए था : तुर्की के राष्ट्रपति |

विश्व को 2014 में बोलना चाहिए था : तुर्की के राष्ट्रपति

विश्व को 2014 में बोलना चाहिए था : तुर्की के राष्ट्रपति

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:58 PM IST, Published Date : March 11, 2022/10:37 pm IST

अंताल्या(तुर्की), 11 मार्च (एपी) तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा है कि यदि विश्व ने 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा करने के खिलाफ आवाज उठाई होती, तो यूक्रेन में युद्ध टाला जा सकता था।

उन्होंने सवाल किया, ‘‘यदि पश्चिमी देशों, पूरी दुनिया ने अपनी आवाज उठाई होती तो क्या आज हमे यह दिन देखना पड़ता?’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो क्रीमिया पर हमले के दौरान चुप रह गये वे अब कुछ चीजें कह रहे हैं। ’’

एर्दोआन ने शुक्रवार को तुर्की के भूमध्यसागरीय शहर अंताल्या के पास एक कूटनीतिक मंच पर यह कहा। यहां रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा की एक दिन पहले मुलाकात हुई थी, जिसके लिए तुर्की के विदेश मंत्री ने मार्ग प्रशस्त किया था।

एर्दोआन ने कहा कि तुर्की शांति की कोशिशें जारी रखेगा।

एपी सुभाष माधव

माधव

 

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