'वन नेशन, वन एंट्रेंस टेस्ट': 12वीं पास स्टूडेंट को अलग-अलग टेस्ट देने का झंझट खत्म, कॉलेज एडमिशन होगा आसान |

‘वन नेशन, वन एंट्रेंस टेस्ट’: 12वीं पास स्टूडेंट को अलग-अलग टेस्ट देने का झंझट खत्म, कॉलेज एडमिशन होगा आसान

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट को देशभर के छात्रों को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इस फैसले से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए 12वीं में प्राप्त अंकों का कोई वेटेज नहीं मिलेगा और छात्रों का एडमिशन सीयूईटी में परफॉर्मेंस के आधार पर किया जाएगा। 'One Nation, One Entrance Test': The hassle of giving different tests to 12th pass students ends

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : March 23, 2022/6:05 pm IST

नई दिल्ली: One Nation One Entrance Test: 12वीं पास स्टूडेंट के लिए ‘वन नेशन, वन एंट्रेंस टेस्ट’ के तहत अंडर-ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन अब नए तरीके से होगा। यूजीसी यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार ने कहा है कि ‘कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट यानी सीयूईटी का आयोजन अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा किया जाएगा। यह ‘वन नेशन, वन एंट्रेंस टेस्ट’ की सोच को लेकर शुरू किया जा रहा है।

One Nation One Entrance Test: यह टेस्ट यूजीसी द्वारा वित्त पोषित सभी यूनिवर्सिटी के लिए होगा। राज्य विश्वविद्यालय, निजी विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालय चाहें तो प्रवेश के लिए सीयूईटी स्कोर का उपयोग कर सकते हैं। इसका फायदा यह होगा कि अब देशभर में 12वीं पास छात्रों को अंडर ग्रेजुएट कोर्सों में एडमिशन के लिए अलग-अलग यूनिवर्सिटी के चक्कर नहीं लगाने होंगे।’

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कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट को देशभर के छात्रों को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इस फैसले से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए 12वीं में प्राप्त अंकों का कोई वेटेज नहीं मिलेगा और छात्रों का एडमिशन सीयूईटी में परफॉर्मेंस के आधार पर किया जाएगा।

1 अप्रैल को NTA 12वीं पास छात्रों के अलग-अलग सब्जेक्ट के लिए एक पाठ्यक्रम (syllabus) रिलीज करेगा। CUET पैटर्न में एक अनिवार्य रूप से लैंग्वेज पेपर होगा और 6 अलग-अलग सब्जेक्ट पर छात्र परीक्षा दे पाएंगे। इसके अलावा छात्र फॉरेन लैंग्वेज में भी परीक्षा दे सकते हैं।

क्राइटेरिया की बात करे तो 12वीं पास करने वाले सभी छात्र इस टेस्ट में भाग ले सकते हैं। लेकिन किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा सेट न्यूनतम अंक प्राप्त करना होगा।

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यूजीसी चेयरपर्सन कुमार के मुताबिक, आवेदन की प्रक्रिया इसी साल अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू हो जाएगी। ऑनलाइन मोड सारी प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा। आल इंडिया लेवल पर होने वाले इस एंट्रेंस टेस्ट को दो शिफ्ट में और 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा।

यह टेस्ट कंप्यूटर पर आधारित होगा। टेस्ट परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किया जाएगा। यह टेस्ट दो शिफ्ट में और 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा। टेस्ट में सभी प्रश्न बहु-विकल्पी होंगे। कक्षा 12वीं स्टैंडर्ड के प्रश्न होंगे जिसमें एनसीईआरटी के सिलेबस को मॉडल बनाया गया है। फॉर्म भरे जाने के बाद जुलाई के पहले हफ्ते में इस टेस्ट के आयोजन की संभावना है।

रिजर्वेशन पॉलिसी पर फर्क नहीं

रिजर्वेशन पालिसी पर बात करते हुए कुमार ने कहा, ” कॉमन टेस्ट से यूनिवर्सिटीज की रिजर्वेशन पालिसी प्रभावित नहीं होगी।” उन्होंने कहा यूनिवर्सिटीज CUET स्कोर के आधार पर सामान्य सीटों के साथ-साथ आरक्षित सीटों के लिए उम्मीदवारों का नामांकन कर सकते हैं। यह मौजूदा प्रवेश और रिजर्वेशन पालिसी को प्रभावित नहीं करेगा।”