गोपालगंज, 14 जून (भाषा) कुवैत में एक इमारत में आग लगने की घटना में बिहार के गोपालगंज जिले सपहा गांव निवासी शिवशंकर सिंह की मौत की सूचना मिलने के बाद उनके गांव में लोग दुखी हैं। सिंह की मौत की सूचना से पूरा गांव शोक में है।
दक्षिणी कुवैत में विदेशी श्रमिकों के रहने वाली एक इमारत में बुधवार को आग लगने से 45 भारतीयों समेत कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
सिंह दस महीने पहले कुवैत गए थे और वहां एक मजदूर के तौर पर काम कर रहे थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे मुकेश कुमार सिंह (20) और अभिषेक कुमार सिंह (15) हैं।
सिंह का सबसे बड़ा बेटा मुकेश भोपाल में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहा है। वह अपने पिता की मृत्यु की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार को अपने गांव पहुंचा। सिंह की मृत्यु होने की सूचना फैलते ही शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंच गए।
मुकेश ने रोते हुए कहा, ‘दुखद घटना के बाद, मैंने बुधवार को अपने पिता से संपर्क करने की कोशिश की… लेकिन, उन्होंने हमारे फोन कॉल का जवाब नहीं दिया। हमें कल ही अपने पिता की मौत के बारे में पता चला। हम इस खबर से पूरी तरह टूट गए हैं। आखिरी बार मैंने उनसे सोमवार को शाम करीब 7 बजे बात की थी… मेरे पिता परिवार के अकेले कमाने वाले थे।’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हम उनका शव गांव लाये जाने का इंतजार कर रहे हैं। हम स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं… हमें बताया गया है कि उनका शव शनिवार को गांव लाया जाएगा।’
कुवैती अधिकारियों के अनुसार, दक्षिणी शहर मंगाफ में बुधवार को एक इमारत में आग लग गई, जिसमें 49 विदेशी श्रमिकों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए।
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