पटना, 20 जून (भाषा) बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने लेखिका अरुंधति रॉय और कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत मुकदमा चलाने के आदेश के खिलाफ राज्य के सभी जिलों में बृहस्पतिवार को विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया और मुकदमा चलाये जाने की अनुमति तत्काल निरस्त करने की मांग की ।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) की ओर से बिहार की राजधानी पटना के बुद्ध स्मृति पार्क समेत गया, अरवल, हिलसा, मधुबनी, आरा, बेगूसराय, जहानाबाद, सासाराम आदि जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया।
पटना में आयोजित विरोध प्रदर्शन में बिहार विधान परिषद सदस्य शशि यादव सहित पार्टी के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे पार्टी की राज्य कमिटी सदस्य जितेंद्र कुमार ने कहा कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने रॉय और हुसैन के विरुद्ध 2010 के एक प्रकरण में यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति दी है, जो हैरत में डालने वाला और हास्यास्पद निर्णय है।
उन्होंने कहा कि पूरे 14 वर्ष बाद यूएपीए जैसे कानून में मुकदमा चलाने की अनुमति देना, कानून का अनुपालन नहीं बल्कि सीधे तौर पर सत्ता द्वारा असहमति व्यक्त करने वाले लोगों पर शक्तियों का दुरुपयोग है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के सक्सेना ने पिछले सप्ताह रॉय और हुसैन पर 2010 में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी।
रॉय और हुसैन ने 21 अक्टूबर, 2010 को ‘‘आजादी: एकमात्र रास्ता’’ के बैनर तले आयोजित एक सम्मेलन में भाग लिया था।
अधिकारियों के अनुसार, ‘‘सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई और जिन पर बात हुई, उनसे कश्मीर को भारत से अलग करने का दुष्प्रचार हुआ।’’ भाषा अनवर जोहेब
जोहेब
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