नई दिल्ली। कोरोना के बहुत ही तेजी से फैलने वाले वेरिएंट ओमीक्रोन की दस्तक के बाद भारत अब महामारी की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा है। कई एक्सपर्ट पहले ही चेता रहे हैं कि तीसरी लहर तो आकर रहेगी। सरकार के साथ-साथ आम लोगों के स्तर पर उठाए गए एहतियाती कदमों से उसकी गंभीरता को कम किया जा सकता है। इस बीच दो अंतरराष्ट्रीय अध्ययन के नतीजे बहुत ही सुकून देने वाले हैं।
हमारे 𝕎𝕙𝕒𝕥‘𝕤 𝕒𝕡𝕡 Group’s में शामिल होने के लिए यहां Click करें.
दक्षिण अफ्रीका में हुई एक ताजा स्टडी के मुताबिक ओमीक्रोन कोरोना के पिछले सभी वेरिएंट में संभवतः सबसे कम खतरनाक है। वहीं, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक, ओमीक्रोन शायद कोरोना का आखिरी ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ यानी चिंता बढ़ाने वाला वेरिएंट होगा।
दक्षिण अफ्रीका में हुई स्टडी के मुताबिक ‘ओमीक्रोन’ कोरोना वायरस के पहले वाले वेरिएंट से कम गंभीर प्रभाव वाला लगता है। ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप की पहचान सबसे पहले पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका में ही की गई थी और इसके प्रभाव को लेकर व्यापक स्तर पर अध्ययन किया जा रहा है।
read more: Sarangarh, Shivpur-Charcha, Baikunthpur Chhattisgarh Urban Body Election Result 2021 : सारंगढ़, शिवपुर-चरचा और बैकुंठपुर में कांग्रेस की जीत
वहीं कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक ओमीक्रोन शायद कोरोना वायरस का आखिरी ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ होगा। यानी मुमकिन है कि ओमीक्रोन के बाद कोरोना का अब कोई ऐसा वेरिएंट पैदा नहीं होगा जो चिंता बढ़ाने वाला हो।
बता दें कि यूके में कोरोना विकराल रूप धारण कर चुका है, आलम ये है कि खतरा अब रोजाना बढ़ रहा है, क्योंकि यूके में कोविड के एक दिन में एक लाख से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही भारत में भी कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। इसका नया वैरिएंट भयावह होता जा रहा है, तमिलनाडु में ओमिक्रॉन के 34 नए केस सामने आए हैं, कर्नाटक में 31 मामले हो गए हैं, वहीं देशभऱ में ओमिक्रॉन के केस 287 हो गए हैं।
Video of Man Buried in Grave : 4 दिन पहले…
1 hour ago