नयी दिल्ली, 24 मई (भाषा) आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को कहा कि वह महाराष्ट्र और कर्नाटक में दो निकेल-कोबाल्ट खनिज ब्लॉक के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया में है।
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक सतीश पई ने पत्रकारों को बताया कि कंपनी विदेशों में किसी भी महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक की तलाश नहीं कर रही है, क्योंकि भारत में बिक्री के लिए बहुत सारे ब्लॉक रखे गए हैं।
उन्होंने कहा, ”हम दो निकेल कोबाल्ट खदानों के लिए बोली लगा रहे हैं।”
तांबा, लिथियम, निकेल, कोबाल्ट और दुर्लभ खनिज जैसे महत्वपूर्ण खनिजों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जो स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के लिए जरूरी घटक हैं।
पई ने कहा, ”हम उन नीलामियों में भाग ले रहे हैं। हमारा मानना है कि भारत में कुछ अच्छी खदानें हैं, जिनकी संभावनाएं तलाशी नहीं गई हैं। इसलिए सरकार निकेल-कोबाल्ट खदानें, लिथियम खदानें, तांबे की खदानें बिक्री के लिए ला रही है। हम विदेश जाने से ज्यादा भारत पर ध्यान केंद्रित करने जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कंपनी ने लिथियम ब्लॉक के लिए बोली लगाई थी, लेकिन उसे यह नहीं मिला।
पई ने कहा कि कंपनी किसी भी कोयला ब्लॉक के लिए बोली नहीं लगाएगी क्योंकि वह आगे नवीकरणीय ऊर्जा में विस्तार करेगी।
सरकार ने महत्वपूर्ण खनिजों के 38 ब्लॉकों की नीलामी शुरू कर दी है। हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड, आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख धातु कंपनी है।
भाषा पाण्डेय रमण
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