खाद्य पदार्थों की बर्बादी रोकने के लिए प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल होः करंदलाजे |

खाद्य पदार्थों की बर्बादी रोकने के लिए प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल होः करंदलाजे

खाद्य पदार्थों की बर्बादी रोकने के लिए प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल होः करंदलाजे

:   Modified Date:  October 30, 2023 / 07:29 PM IST, Published Date : October 30, 2023/7:29 pm IST

नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) कृषि राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने करीब तीन अरब टन खाद्य पदार्थ की वैश्विक स्तर पर बर्बादी रोकने के लिए सोमवार को विकसित और विकासशील देशों की प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया।

करंदलाजे ने दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भोजन की हानि और बर्बादी रोकने पर आयोजित एक कार्यशाला में कहा कि विभिन्न हितधारकों के बीच जागरुकता फैलाने में सामाजिक संगठनों को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जरूरत है और भोजन की बर्बादी को कम करने के तौर-तरीके अपनाने का भी प्रयास करना चाहिए।

एक सरकारी बयान के अनुसार, कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि दक्षिण एशिया भोजन का एक प्रमुख उत्पादक और उपभोक्ता क्षेत्र है और भोजन का नुकसान और बर्बादी को कम करना नैतिक जिम्मेदारी और आर्थिक जरूरत दोनों है।

उन्होंने कहा कि भोजन की बर्बादी न केवल उपभोक्ताओं के लिए सीधा नुकसान है, बल्कि इसका पर्यावरण और सहायक अर्थव्यवस्थाओं पर भी असर पड़ता है।

करंदलाजे ने सभी हितधारकों के बीच भोजन की बर्बादी रोकने के लिए शिक्षा और जागरुकता बढ़ाने, कुशल कटाई और भंडारण, स्मार्ट वितरण, उद्योग की भागीदारी, दान और खाद्य बैंक, खाद्य पैकेजिंग आदि में नवाचार का भी आह्वान किया।

जर्मनी स्थित थुनेन इंस्टीट्यूट के शोध निदेशक स्टीफन लैंग ने कहा कि भोजन को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए इसके नुकसान और बर्बादी को रोकना सबसे जरूरी कदम है।

उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार भोजन की हानि और बर्बादी को रोकने के लिए व्यक्तिगत और सहयोगात्मक प्रयास शुरू करने में सभी पड़ोसी देशों को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।’

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के क्लीमेंटाइन ओ’कॉनर ने कहा कि महामारी, जलवायु परिवर्तन और युद्धों का भी भोजन की हानि और बर्बादी पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।

भाषा राजेश राजेश प्रेम

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