थोक कीमतों पर आधारित महंगाई सितंबर में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हुई, अनाज की कीमतों में गिरावट, महंगी हुईं दालें | Wholesale price inflation rises to 1.32 per cent in September Fall in grain prices Pulses become expensive

थोक कीमतों पर आधारित महंगाई सितंबर में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हुई, अनाज की कीमतों में गिरावट, महंगी हुईं दालें

थोक कीमतों पर आधारित महंगाई सितंबर में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हुई, अनाज की कीमतों में गिरावट, महंगी हुईं दालें

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:14 PM IST, Published Date : October 14, 2020/7:27 am IST

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) । खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी के चलते थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति सितंबर 2020 में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हो गई।

बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, ‘‘मासिक डब्ल्यूपीआई (थोक मूल्य सूचकांक) पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर सितंबर में 1.32 प्रतिशत (अनंतिम) रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 0.33 प्रतिशत थी।’’

थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में 0.16 प्रतिशत थी।

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इससे पहले डब्ल्यूपीआई पर आधारित मुद्रास्फीति लगातार चार महीनों में नकारात्मक (अप्रैल में नकारात्मक 1.57 प्रतिशत, मई में नकारात्मक 3.37 प्रतिशत, जून में नकारात्मक 1.81 प्रतिशत और जुलाई में नकारात्मक 0.58 प्रतिशत) थी।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं की महंगाई 8.17 प्रतिशत रही, जबकि अगस्त में यह 3.84 प्रतिशत थी।

समीक्षाधीन अवधि में अनाज की कीमतों में गिरावट आई, जबकि दालें महंगी हुईं।

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इस दौरान सब्जियों के महंगा होने की दर 36.54 प्रतिशत के उच्च स्तर पर थी। आलू की कीमत एक साल पहले के मुकाबले 107.63 प्रतिशत अधिक थी, हालांकि प्याज की कीमतों में कुछ गिरावट देखने को मिली।