लोकसभा चुनाव: छत्तीसगढ़ में 72.8 प्रतिशत मतदान, 2019 से 1.31 प्रतिशत अधिक |

लोकसभा चुनाव: छत्तीसगढ़ में 72.8 प्रतिशत मतदान, 2019 से 1.31 प्रतिशत अधिक

लोकसभा चुनाव: छत्तीसगढ़ में 72.8 प्रतिशत मतदान, 2019 से 1.31 प्रतिशत अधिक

:   Modified Date:  May 9, 2024 / 11:51 AM IST, Published Date : May 9, 2024/11:51 am IST

रायपुर, नौ मई (भाषा) छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीट पर कुल 72.8 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

राज्य में तीन चरणों 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और सात मई को मतदान हुआ था।

अधिकारियों ने बताया कि इन 11 सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में औसत 71.49 प्रतिशत दर्ज हुआ था।

राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया, ”राज्य की सभी 11 लोकसभा सीट पर कुल 72.8 प्रतिशत मतदान हुआ है। जो 2019 में हुए लोकसभा चुनाव से 1.31 फीसदी अधिक है। 2019 के लोकसभा चुनाव में 71.49 प्रतिशत मतदान हुआ था।”

उन्होंने बताया कि पहले चरण में 19 अप्रैल को नक्सल प्रभावित बस्तर (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र में 68.29 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं दूसरे चरण मे 26 अप्रैल को राज्य की तीन अन्य सीटों राजनांदगांव, कांकेर (एसटी) और महासमुंद में क्रमश: 77.42 प्रतिशत, 76.23 प्रतिशत और 75.02 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

कंगाले ने बताया कि तीसरे चरण में आदिवासी बहुल सरगुजा सीट पर 79.89 प्रतिशत, अन्य आदिवासी आबादी बहुल सीट रायगढ़ में 78.85 प्रतिशत, कोरबा में 75.63 प्रतिशत, दुर्ग में 73.68 प्रतिशत, जांजगीर-चांपा में 67.56 प्रतिशत, रायपुर में 66.82 प्रतिशत और बिलासपुर में 64.77 प्रतिशत मतदान हुआ।

सभी 11 सीट पर 220 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद है जिसका फैसला चार जून को होगा।

राज्य में निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि रायपुर में सबसे अधिक 38 उम्मीदवार हैं। वहीं बिलासपुर में 37, कोरबा में 27, दुर्ग में 25, जांजगीर-चांपा में 18, महासमुंद में 17, राजनांदगांव में 15, रायगढ़ में 13, बस्तर में 11, सरगुजा में 10 तथा कांकेर में नौ उम्मीदवार हैं।

राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। भाजपा ने 2004 से 2014 तक तीन आम चुनावों में कुल 11 सीट में से 10 सीट हासिल की हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा को नौ सीट तथा कांग्रेस को दो सीट मिली थीं।

राज्य की रायपुर सीट पर भाजपा के प्रभावशाली नेता और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय से है। वहीं राजनांदगांव सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद संतोष पांडेय का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा विधायक भूपेश बघेल से है।

कोरबा सीट पर भाजपा ने अपनी प्रभावशाली महिला नेता और पूर्व सांसद सरोज पांडेय को मौजूदा नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की पत्नी और कांग्रेस की मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत के खिलाफ मैदान में उतारा है।

दुर्ग में कांग्रेस ने मौजूदा भाजपा सांसद विजय बघेल के खिलाफ एक नये चेहरे राजेंद्र साहू को उतारा है। वहीं बस्तर सीट पर सीधी लड़ाई कांग्रेस के फायरब्रांड नेता कवासी लखमा और भाजपा के नए चेहरे महेश कश्यप के बीच है।

बिलासपुर सीट पर कांग्रेस ने निवर्तमान विधायक देवेंद्र यादव को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक तोखन साहू को मैदान में उतारा है।

अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट जांजगीर-चांपा में राज्य के पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला भाजपा उम्मीदवार कमलेश जांगड़े से है।

सरगुजा में भाजपा के चिंतामणि महाराज का मुकाबला कांग्रेस के नए चेहरे शशि सिंह के साथ है। महाराज ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में प्रवेश किया था।

आदिवासी बहुल रायगढ़ में भाजपा के राधेश्याम राठिया का मुकाबला कांग्रेस की डॉक्टर मेनका देवी सिंह से है। सिंह सारंगढ़ के पूर्व राजपरिवार से हैं।

सत्ताधारी भाजपा ने महासमुंद और कांकेर सीटों पर अपने मौजूदा सांसदों की टिकट काट दी है तथा क्रमशः रूपकुमारी चौधरी और भोजराज नाग को मैदान में उतारा है। चौधरी और नाग पूर्व विधायक हैं।

विपक्षी कांग्रेस ने महासमुंद में राज्य के पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और कांकेर सीट पर अनुभवी नेता बीरेश ठाकुर को मैदान में उतारा है।

भाषा संजीव मनीषा वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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