छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 11.25 करोड़ मानव दिवस रोजगार, लक्ष्य का 86 फीसदी पूरा | 11.25 crore man-days of employment in Chhattisgarh so far this year, 86% of target met

छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 11.25 करोड़ मानव दिवस रोजगार, लक्ष्य का 86 फीसदी पूरा

छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 11.25 करोड़ मानव दिवस रोजगार, लक्ष्य का 86 फीसदी पूरा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : February 20, 2020/10:37 am IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) में अब तक 11 करोड़ 25 लाख से अधिक मानव दिवस रोजगार का सृजन किया गया है। यह इस वर्ष के लिए निर्धारित 13 करोड़ मानव दिवस का 86.57 प्रतिशत है। राष्ट्रीय स्तर पर यह औसत 82.46 फीसदी है।

पढ़ें- नक्सल के खिलाफ ऑपरेशन ‘प्रहार’ शुरु, पड़ोसी राज्यों से लगती सीमा पर…

प्रदेश के चार जिले ऐसे हैं जहां लक्ष्य से अधिक लोगों को रोजगार दिया गया है। इनमें बीजापुर, सुकमा, बालोद और जशपुर शामिल हैं। इस साल अब तक दो लाख 56 हजार 373 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश में वर्तमान में चल रहे विभिन्न मनरेगा कार्यों में 11 लाख 20 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं। लक्ष्य के विरूद्ध रोजगार सृजन में छत्तीसगढ़ अभी देश में नौवें स्थान पर है।

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में कोई भी कोरोना वायरस से प्रभावित नहीं, स्वास्थ्य विभाग ने की अफवाहों पर ध्यान न देने …

चालू वित्तीय वर्ष 2019-20 में बीजापुर जिले में 10 लाख 06 हजार मानव दिवस के विरूद्ध 14 लाख 15 हजार, सुकमा में 22 लाख 74 हजार मानव दिवस के विरूद्ध 25 लाख 93 हजार, बालोद में 56 लाख 31 हजार मानव दिवस के विरूद्ध 58 लाख 87 हजार तथा जशपुर में 44 लाख छह हजार मानव दिवस के विरूद्ध 44 लाख 16 हजार मानव दिवस रोजगार का सृजन किया गया है। वहीं चार जिलों में लक्ष्य का 90 फीसदी से अधिक पूरा कर लिया है। रायपुर जिले में 42 लाख 29 हजार मानव दिवस के विरूद्ध 41 लाख 97 हजार, मुंगेली में 36 लाख 43 हजार मानव दिवस के विरूद्ध 35 लाख 25 हजार, दुर्ग में 29 लाख 61 हजार मानव दिवस के विरूद्ध 27 लाख 96 हजार एवं दंतेवाड़ा में 13 लाख 79 हजार मानव दिवस के विरूद्ध 12 लाख 88 हजार मानव दिवस रोजगार मुहैया कराया गया है।

पढ़ें- किसानों के लिए खुशखबरी, खाते में जल्द आएगी 685 रु प्रति/क्विंटल अंत…

प्रदेश में मनरेगा में इस साल अब तक करीब 23 लाख परिवारों को रोजगार दिया गया है। योजना के अंतर्गत कराए गए विभिन्न कार्यों में दो हजार 658 करोड़ 94 लाख रूपए खर्च हुए हैं। इनमें से एक हजार 971 करोड़ 54 लाख रूपए मजदूरी मद में व्यय हुए हैं। सभी जिलों में अभी चल रहे विभिन्न मनरेगा कार्यों में 11 लाख 20 हजार से अधिक श्रमिक काम कर रहे हैं। राजनांदगांव जिले में एक लाख आठ हजार 187, जांजगीर-चांपा में 75 हजार 967, महासमुंद में 63 हजार 061, बिलासपुर में 61 हजार 738 और कबीरधाम में 60 हजार मजदूर काम कर रहे हैं।

पढ़ें- बाफना मंगलम के मालिक पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, मैरिज पैलेस और घर को ..

मनरेगा जॉब-कार्डधारी परिवारों को इस वर्ष 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराने में राजनांदगांव जिला प्रदेश में सबसे आगे है। वहां अब तक 24 हजार 216 परिवारों को 100 दिनों का काम दिया गया है। बिलासपुर में 21 हजार 566, सूरजपुर में 20 हजार 031, कबीरधाम में 17 हजार 929, गरियाबंद में 13 हजार 883, कांकेर में 13 हजार 818 तथा जशपुर जिले में 13 हजार 807 परिवारों को इस साल अब तक 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया गया है।