दिल्ली के आठ अस्पतालों, आईजीआई हवाईअड्डे को बम से उड़ाने की धमकी मिली |

दिल्ली के आठ अस्पतालों, आईजीआई हवाईअड्डे को बम से उड़ाने की धमकी मिली

दिल्ली के आठ अस्पतालों, आईजीआई हवाईअड्डे को बम से उड़ाने की धमकी मिली

:   Modified Date:  May 12, 2024 / 09:16 PM IST, Published Date : May 12, 2024/9:16 pm IST

(फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग (डीएफएस) ने रविवार को बताया कि शहर के आठ अस्पतालों और आईजीआई हवाईअड्डे को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली है।

डीएफएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बम की यह धमकियां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल-3, बुराड़ी अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, बाड़ा हिंदू राव अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल, डाबड़ी का दादा देव अस्पताल और सिविल लाइंस में अरुणा आसफ अली सरकारी अस्पताल को मिलीं।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक हवाईअड्डे के अधिकारियों को शाम छह बजे एक धमकी भरा ई-मेल मिला।

इन धमकियों के मद्देनजर दिल्ली के सभी अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हवाईअड्डे पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। हालांकि, अब तक किसी भी स्थान से कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ है।

उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम के मीणा ने कहा कि अपराह्न तीन बजे बुराड़ी अस्पताल से धमकी के संबंध में कॉल आने के बाद स्थानीय पुलिस, बम निरोधक दस्ते और श्वान दस्ते को घटनास्थल पर भेजा गया।

पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘यह टीमें अस्पताल की जांच कर रही हैं। अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।’’

बुराड़ी अस्पताल के एक अधिकारी ने एक बयान में कहा, ‘‘ अपराह्न करीब तीन बजे हमें अस्पताल में बम होने के संबंध में एक ई-मेल मिला। इसके बाद गहन स्तर पर जांच की गई और सब कुछ ठीक मिला। यह पहली बार था जब हमें ऐसा कोई ई-मेल प्राप्त हुआ।’’

अधिकारियों के मुताबिक संजय गांधी अस्पताल को भी अपराह्न करीब तीन बजे एक धमकी भरा ई-मेल मिला।

डीएफएस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ जिन-जिन स्थानों से हमें फोन आ रहे हैं, उन सभी स्थानों पर टीमें भेजी गई हैं। हमारी टीमें अभी भी वहीं हैं और तलाशी अभियान जारी है।’’

गौरतलब है कि एक मई को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 150 से ज्यादा स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिसके कारण विद्यार्थियों और अभिभावकों में दहशत फैल गई थी। अधिकारियों को जांच के दौरान कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला था।

भाषा रवि कांत नरेश

नरेश

 

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