कोलकाता, 26 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने फर्जी टीकाकरण शिविर मामले की जांच केंद्रीय एजेंसियों से कराए जाने की मांग करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा।
कोलकाता में पुलिस ने संदिग्ध कोविड टीकाकरण शिविर के संबंध में फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देव के तीन और सहयोगियों को शनिवार सुबह गिरफ्तार किया। देव को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को शुक्रवार को लिखे पत्र में भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि फर्जी टीकाकरण शिविर का आयोजन करने के मामले का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसके सत्तारूढ़ दल में खासा प्रभाव है।
अधिकारी ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी देबांजन देव ने कसबा, एमहर्स्ट स्ट्रीट और सोनारपुर इलाके में स्थानीय प्रशासन, पुलिस और निकाय अधिकारियों की देखरेख में अवैध टीकाकरण शिविर का आयोजन किया।
अधिकारी ने पत्र में कहा, ” इन शिविरों में सैकड़ों लोगों को टीके लगाए गए हैं। कसबा में लाभार्थियों से आधार कार्ड की प्रति ली गई लेकिन उन्हें टीकाकरण का प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं हुआ। बड़ा सवाल यह है कि क्या इन लोगों को वाकई कोविशील्ड की खुराक दी गई, जैसा कि आरोपी ने दावा किया है? अगर ऐसा है तो यह सरकारी भंडार से कोविड टीके की सेंधमारी को लेकर बड़ा सवाल खड़ा करता है और ऐसा बड़े अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। अगर ये कोविड के टीके नहीं थे तो इसकी तत्काल जांच किए जाने की आवश्यकता है।”
भाजपा नेता ने कहा, ” पश्चिम बंगाल में कोविड टीकाकरण की विश्वसनीयता बहाली के लिए इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच केंद्रीय एजेंसियों से कराए जाने की मांग की जिस पर राज्य की सतारूढ़ सरकार का कोई दबाव नहीं हो।”
खुद को आईएएस अधिकारी बताकर कसबा इलाके में कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित करने के आरोप में देब को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। इस शिविर में तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने टीके की खुराक ली थी। चक्रवर्ती को टीकाकरण की प्रक्रिया पर उस समय शक हुआ जब उन्हें एसएमएस नहीं आया, जो आम तौर पर टीके की खुराक लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति के मोबाइल फोन पर आता है। इसके बाद चक्रवर्ती ने इसकी शिकायत पुलिस में की। जांच में खुलासा हुआ कि देव ने उत्तर कोलकाता के एमहर्स्ट स्ट्रीट इलाके में एक कॉलेज में ऐसा ही टीकाकरण शिविर लगाया था, जिसमें कई शिक्षकों और छात्रों ने टीके की खुराक ली थी।
भाषा शफीक माधव
माधव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिल्ली के बवाना में छत से धक्का दे दिए जाने…
1 hour ago