वैश्विक अर्थव्यवस्था आज बेहतर स्थान पर है : अमेरिकी वित्तमंत्री येलेन |

वैश्विक अर्थव्यवस्था आज बेहतर स्थान पर है : अमेरिकी वित्तमंत्री येलेन

वैश्विक अर्थव्यवस्था आज बेहतर स्थान पर है : अमेरिकी वित्तमंत्री येलेन

:   Modified Date:  February 23, 2023 / 05:52 PM IST, Published Date : February 23, 2023/5:52 pm IST

बेंगलुरु, 23 फरवरी (भाषा) अमेरिका की वित्तमंत्री जेनेट येलेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ महीने जिस तरह का आकलन किया जा रहा था उससे बेहतर स्थान पर वैश्विक अर्थव्यव्स्था है और उम्मीदों में सुधार हुआ है।

उन्होंने कहा कि कर्ज के बोझ को कम करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है जिसने कई देशों को रोके हुए है।

येलेन ने कहा,‘‘अनुकूल परिस्थितियों को देखते हुए यह कहना उचित होगा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था गत कुछ महीनों पहले किए गए पूर्वानुमान के मुकाबले आज बेहतर स्थान पर है। उस समय कई लोग भयभीत थे कि पूरी दुनिया में तेजी से मंदी आएगी। हम हमेशा वास्तविक चुनौतियों का सामना करते हैं और भविष्य हमेशा अनिश्चित होता है। लेकिन पिछली बार आशंका के बीच हुई मुलाकात के मुकाबले स्थितियों में सुधार हुआ है।’’

यहां संवाददाताओं से बातचीत में अमेरिकी वित्तमंत्री ने कहा कि सबसे नवीनतम अनुमानों में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पूर्वानुमान लगाया है कि वर्ष 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर 3.2 प्रतिशत होगी जो पिछले साल अक्टूबर के आकलन से बेहतर है।

उन्होंने कहा कि वृहद वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रगति हमारे सामूहिक कार्य का नतीजा है और आगे बढ़ने के लिए इस कोशिश को दोगुना करने के महत्व को रेखांकित करता है।

जी-20 की भारत की अध्यक्षता के तहत 24 और 25 फरवरी को समूह के वित्तमंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर की होने वाली बैठक से पहले येलेन संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि हम पूरी दुनिया में महंगाई में कमी आने की शुरुआत देख रहे हैं, उभरते बाजारों में वित्तीय स्थिति कठिन बनी हुई है लेकिन राहत के संकेत मिलने लगे हैं।

येलेन ने कहा, ‘‘साथ ही हम जानते हैं कि कई संवेदनशील देश गंभीर संकट में हैं। हम इससे अनजान नहीं है। इसलिए मैं इस सप्ताह प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से संप्रेषण के अवसर को देख रही हूं।’’

रूस-यूक्रेन युद्ध के असर को कम करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में अमेरिकी वित्तमंत्री ने कहा कि (रूसी राष्ट्रपति) व्लादिमीर पुतिन के ‘अनैतिक युद्ध’ से हमारी खाद्य प्रणाली पर दबाव बढ़ा है, पिछले साल से अबतक अमेरिका ने मानवीय और खाद्य सुरक्षा सहायता के लिए 13 अरब डॉलर से अधिक राशि देने की प्रतिबद्धता जताई है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को भी खाद्य सुरक्षा की समस्या के समाधान के लिए मजबूत कार्ययोजना लागू करने को कहा है। इसके साथ ही हम देशों को साथ काम कर रहे हैं ताकि खाद्य निर्यात से बचा जा सके और रशद की आपूर्ति सुचारु तरीके से हो सके। जीवन रक्षण पहलों में सुधार हुआ है और उनकी कीमत कम हुई है। इसका विस्तार मार्च के बाद भी किया जाना चाहिए।’’

येलेन ने रेखांकित किया कि पिछले दिसंबर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूसी कच्चे तेल के मूल्यों की सीमा तय की थी और इस महीने के शुरुआत में रूस के संशोधित पेट्रोलियम उत्पाद जैसे डीजल और ईंधन तेल को भी इसमें शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि अबतक स्पष्ट संकेत मिले हैं कि हमारी नीतियां रूसी राजस्व को कम करने और वैश्विक ऊर्जा बाजार को स्थिर करने में काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ गत महीनों के दौरान वैश्विक बाजार में तेल की कीमतें अपेक्षाकृत स्थिर रही जबकि रूसी तेल की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट आई। पिछले महीने क्रेमलिन को तेल राजस्व यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के समय के मुकाबले 60 प्रतिशत तक कम मिला है।हम लगातार देख रहे हैं कि उभरते बाजार रूसी तेल में बड़ी रियायत के लिए बात कर रहे हैं जिससे वैश्विक बाजार में आपूर्ति तो सुचारु रहेगा लेकिन क्रेमिलन के राजस्व में कमी आएगी।’’

येलेन ने जोर देकर कहा कि ऋण संकट को कम करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आईएमएफ का आकलन है कि 55 प्रतिशत निम्न आय देश ऋण संकट के करीब है या ऋण संकट में हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम चीन सहित सभी द्विपक्षीय ऋण दाता अधिकारियों पर संकटग्रस्त विकासशील देशों और उभरते बाजार के कर्ज समाधान में हिस्सा लेने के लिए दबाव डालेंगे। तत्काल जाम्बिया के लिए कर्ज समाधान तलाशने की जरूरत है और श्रीलंका के लिए विशेष और विश्वसनीय वित्तीय प्रतिबद्धता देने की जरूरत है।’’

भाषा धीरज माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)