गुजरात सरकार ने जैन प्रतिमाओं को पावागढ़ में फिर से स्थापित कराने के आदेश दिये |

गुजरात सरकार ने जैन प्रतिमाओं को पावागढ़ में फिर से स्थापित कराने के आदेश दिये

गुजरात सरकार ने जैन प्रतिमाओं को पावागढ़ में फिर से स्थापित कराने के आदेश दिये

:   Modified Date:  June 17, 2024 / 11:39 PM IST, Published Date : June 17, 2024/11:39 pm IST

गुजरात, 17 जनवरी (भाषा) गुजरात सरकार ने सोमवार को पंचमहल जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सदियों पुरानी जैन प्रतिमाओं को पावागढ़ पहाड़ी पर स्थित कालिका माता मंदिर की तरफ जाने वाली सीढ़ियों के पास उनके मूल स्थानों पर फिर से स्थापित कराएं।

प्रतिमाओं को उनके मूल स्थल से कथित तौर पर हटाए जाने को लेकर जैन समुदाय के विरोध प्रदर्शन करने पर सरकार ने यह निर्देश दिया।

समुदाय के सदस्यों ने आरोप लगाया कि जैन तीर्थंकरों की इन प्रतिमाओं को मंदिर ट्रस्ट द्वारा एक नवीकरण परियोजना के हिस्से के रूप में हटा दिया गया था। इसके बाद ट्रस्ट ने स्पष्ट किया कि सीढ़ियों पर एक पुराने छज्जे को हटाते समय उन्हें विस्थापित किया गया होगा और कहा कि ऐसा किसी तरह की दुर्भावना से नहीं किया गया था।

ये जैन प्रतिमाएं एक पुराने रास्ते की सीढ़ियों के दोनों ओर स्थापित की गई थीं जो पहाड़ी मंदिर तक जाती हैं, लेकिन वर्तमान में उपयोग में नहीं है।

जैन नेता दिनेश शाह ने कहा कि सोमवार की सुबह समुदाय के कुछ सदस्यों ने देखा कि प्रतिमाओं को बगल की दीवारों से हटाकर एक अन्य जगह पर रखा गया था।

इन छह-सात प्रतिमाओं को हटाए जाने की जानकारी मिलते ही जैन समुदाय के सदस्यों और धार्मिक नेताओं ने वडोदरा, हलोल और सूरत में विरोध प्रदर्शन किया और जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।

इसके बाद हरकत में आए गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के साथ इस मुद्दे पर चर्चा के बाद इन प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान ले जाने का आदेश दिया।

सिंघवी ने कहा, ‘‘ये प्रतिमाएं वहां सदियों पहले स्थापित की गई थीं और लोगों द्वारा इनकी पूजा की जाती थी। इन प्रतिमाओं को हटाने के लिए किसी भी ट्रस्ट या व्यक्ति को अनुमति नहीं दी गई थी। इस कृत्य से कई लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद पंचमहल के जिलाधिकारी को इन प्रतिमाओं को सीढ़ियों के पास उसी स्थान पर पुनः स्थापित करने के लिए कहा गया है।’’

हलोल पुलिस को सौंपे गए एक ज्ञापन में जैन समुदाय के नेता किरण दुग्गड़ ने ‘श्री कालिका माता जी मंदिर ट्रस्ट पावागढ़’ के न्यासियों पर पुरानी सीढ़ियों के दोनों ओर से प्रतिमाओं को हटाने का आरोप लगाया। हलोल जैन संघ की तरफ से दुग्गड़ ने प्रतिमाओं को हटाकर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

मंदिर के न्यासी विनोद वर्मा ने जिले के अधिकारियों की उपस्थिति में हलोल में सोमवार दोपहर जैन नेताओं के साथ बैठक करके घोषणा की कि प्रतिमाओं को उनके मूल स्थान पर स्थापित किया जाएगा।

भाषा संतोष सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)