तमिलनाडु विस में लगातार दूसरे दिन भी जहरीली शराब कांड की गूंज, सीबीआई जांच से सरकार का इनकार |

तमिलनाडु विस में लगातार दूसरे दिन भी जहरीली शराब कांड की गूंज, सीबीआई जांच से सरकार का इनकार

तमिलनाडु विस में लगातार दूसरे दिन भी जहरीली शराब कांड की गूंज, सीबीआई जांच से सरकार का इनकार

:   Modified Date:  June 22, 2024 / 07:20 PM IST, Published Date : June 22, 2024/7:20 pm IST

चेन्नई, 22 जून (भाषा) तमिलनाडु विधानसभा में शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी जहरीली शराब कांड की गूंज सुनाई दी, जिसमें अब तक 53 लोगों की जान जा चुकी है। इस मामले को लेकर मुख्य विपक्षी दल ऑल इंडिया अन्नाद्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) ने सदन से बहिर्गमन किया।

सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने इस घटना पर ‘‘राजनीति करने’’ के लिए विपक्षी दल पर निशाना साधा और मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग भी यह कहते हुए खारिज कर दी कि सरकार पारदर्शी है।

कानून मंत्री एस. रघुपति ने कहा, ‘‘सरकार पारदर्शी है। हमने कुछ भी नहीं छिपाया है, (इसलिए) सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है।’’

सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, नेता प्रतिपक्ष ई. के. पलानीस्वामी के नेतृत्व में अन्नाद्रमुक विधायकों ने प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग की और कल्लाकुरिची मुद्दा उठाने की अनुमति देने का अध्यक्ष से आग्रह किया।

विधानसभा अध्यक्ष एम. अप्पावु ने कहा कि प्रश्नकाल स्थगित नहीं किया जा सकता।

उन्होंने यह भी कहा कि सदस्यों को यह मामला उठाने के लिए शून्यकाल के दौरान पर्याप्त समय दिया जाएगा। हालांकि, अन्नाद्रमुक के सदस्य अपनी मांग पर अड़े रहे और बाद में सदन से बहिर्गमन किया।

सदन के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में पलानीस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी को लगातार दूसरे दिन भी कल्लाकुरिची मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने दावा किया, ‘‘हमें जानकारी है कि इलाज कराने वाले 183 लोगों में से 55 की मौत हो गई है और हर दिन मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है।’’

पलानीस्वामी ने कहा कि अगर सरकार ने तुरंत कार्रवाई की होती तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी।

उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री एमए सुब्रमण्यम के उस कथित बयान का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने (मंत्री ने) कहा था कि मौतों का एक कारण प्रभावित लोगों द्वारा इलाज कराने में की गई देरी है।

पलानीस्वामी ने आरोप लगाया, ‘‘वह जो कह रहे हैं, वह सरासर झूठ है, यह सरकार की अक्षमता को दर्शाता है।’’

उन्होंने कहा कि देरी के लिए सरकार जिम्मेदार है क्योंकि पूर्व कलेक्टर ने खुद ही शुरू में दावा किया था कि मौतें अवैध शराब के कारण नहीं हुई हैं, इसलिए लोगों का मानना ​​था कि अवैध शराब का कोई मुद्दा नहीं था और साथ ही, लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए इलाके में आए कई लोगों ने नकली शराब पी ली।

पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठित एक-सदस्यीय आयोग की जांच से सच्चाई सामने नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को न्याय दिलाने के लिए सरकार को सीबीआई जांच का आदेश देना चाहिए और इसीलिए अन्नाद्रमुक ने मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।

कानून मंत्री रघुपति ने कल्लाकुरिची में हुईं मौतों को दुखद बताते हुए संवाददाताओं से कहा कि अन्नाद्रमुक हाल ही में हुए संसदीय चुनाव में सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों (तमिलनाडु में 39 और पुडुचेरी में एक) में मिली हार से परेशान है और इसीलिए समस्या पैदा करने का प्रयास कर रही है।

इससे पहले, अध्यक्ष अप्पावु ने कहा कि शून्यकाल के दौरान मुद्दों को उठाने का अवसर दिया जाता है और विपक्ष के सदस्यों को सभ्य तरीके से पेश आना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पलानीस्वामी खुद मुख्यमंत्री रह चुके हैं और किसी भी समय कोई भी मुद्दा उठाने की स्थिति में आना स्वीकार्य नहीं है।

भाषा सुरेश नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)