कांग्रेस को आयकर विभाग का नोटिस: चंडीगढ़, असम में पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन |

कांग्रेस को आयकर विभाग का नोटिस: चंडीगढ़, असम में पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

कांग्रेस को आयकर विभाग का नोटिस: चंडीगढ़, असम में पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

:   Modified Date:  March 30, 2024 / 05:52 PM IST, Published Date : March 30, 2024/5:52 pm IST

चंडीगढ़/ गुवाहाटी, 30 मार्च (भाषा) कांग्रेस को आयकर विभाग का नोटिस मिलने के विरोध में पार्टी की चंडीगढ़ और असम इकाइयों ने शनिवार को प्रदर्शन किया।

कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा था कि उसे आयकर विभाग का नोटिस मिला है जिसमें उसे 1,823 करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा गया था। पार्टी ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विपक्षी दल को आर्थिक रूप से पंगु बनाने के लिए ‘कर आतंकवाद’ फैलाने का आरोप लगाया। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में लोकतंत्र ‘खतरे में’ है।

चंडीगढ़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर ‘लोकतंत्र बचाओ’ लिखा था।

कांग्रेस की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष एच एस लकी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार के इशारे पर नोटिस भेजे गए हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि लोकसभा चुनावों में समान अवसर नहीं मिले।

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार समान अवसर को खत्म करने के लिए जानबूझकर ऐसा कर रही है। विपक्षी नेताओं को जेल भेजा जा रहा है जबकि प्रतिद्वंद्वी दलों के कोष को फ्रीज किया जा रहा है।’’

लकी ने कहा, ‘‘आयकर विभाग जानबूझकर ऐसा कर रहा है ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव न हो सकें।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वह नहीं चाहता कि कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को धन दे सके और वह प्रचार पर पैसा खर्च कर सकें।’’

उन्होंने आयकर विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस को ‘नादिरशाही हुक्म’ बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ‘400 पार’ (लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए 400 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य) का नारा दे रही है, जबकि विपक्षी नेताओं को आयकर विभाग के माध्यम से नोटिस भेज रही है और उनके खिलाफ सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का ‘दुरुपयोग’ कर रही है।

असम में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आयकर विभाग के नोटिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

असम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज साठे ने कहा कि पार्टी ने उम्मीदवारों से जनसंपर्क के दौरान आर्थिक मदद मांगने को कहा है। उन्होंने कांग्रेस को आयकर विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस को ‘भाजपा का कर आतंकवाद’ करार दिया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव साठे ने आरोप लगाया , ‘‘हम कहते रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है और यह अब हकीकत में बदल रहा है। यह भाजपा के कर आतंकवाद का एक और उदाहरण है। आयकर विभाग ने कांग्रेस पर जुर्माना लगाया है, लेकिन भाजपा को छूट दी गई है।’’

साठे ने कहा, ‘‘सत्तारूढ़ दल के इशारे पर’’ की गई कार्रवाई के कारण कांग्रेस को गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने उम्मीदवारों से वोट और आर्थिक मदद के लिए जनता के पास जाने और उन्हें समझाने को कहा है कि ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई और भाजपा कैसे लोकतंत्र को नष्ट कर रही है।’’

साठे ने यह भी दावा किया कि विपक्ष को सड़कों पर विरोध प्रदर्शन की अनुमति न देकर भाजपा लोकतंत्र का गला घोंट रही है। उन्होंने कहा, ‘‘विरोध हमेशा सड़कों पर होते हैं। लेकिन, हमें इसकी इजाजत भी नहीं है। हमें यहां पार्टी कार्यालय के भीतर प्रदर्शन करना पड़ा।’’

भाषा धीरज मनीषा

मनीषा

 

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