कुवैत अग्निकांड: केरल के केमिकल इंजीनियर की सुरक्षा को लेकर परिवार चिंतित |

कुवैत अग्निकांड: केरल के केमिकल इंजीनियर की सुरक्षा को लेकर परिवार चिंतित

कुवैत अग्निकांड: केरल के केमिकल इंजीनियर की सुरक्षा को लेकर परिवार चिंतित

:   Modified Date:  June 13, 2024 / 03:34 PM IST, Published Date : June 13, 2024/3:34 pm IST

कोल्लम/पथनमथिट्टा (केरल), 13 जून (भाषा) कुवैत में कार्यरत केमिकल इंजीनियर साजन जॉर्ज का परिवार उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतिंत है क्योंकि कुवैत में हुए आग हादसे के बाद से साजन फोन नहीं उठा रहे हैं।

अधिकारियों की ओर से अभी तक साजन को लेकर अधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन दोस्तों ने उनके पिता को बताया कि घटना के समय साजन संभवत: उसी इमारत में थे।

एक रिश्तेदार ने रोते हुए मीडिया को बताया, ‘परिवार ने उनसे एक दिन पहले बात की थी… हालांकि, कल उन्हें कोई फोन नहीं आया। वहां मौजूद दोस्तों ने बताया कि वह इमारत में थे।’

केरल के पुनालुर के रहने वाले साजन एक महीने पहले ही कुवैत गये थे। वह केरल में शिक्षक थे।

रिश्तेदार ने कहा, ‘चूंकि अभी तक साजन को लेकर अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, इसलिए परिवार ने उनकी मां को कुछ नहीं बताया था, लेकिन आज सुबह जब लोग घर आने लगे, तब उन्हें इसकी जानकारी हुई।’

साजन के परिवार के सदस्यों ने बताया कि उन्होंने अपनी पहली तनख्वाह से कुछ पैसे अपने परिवार के लिए भेजे थे।

इस बीच, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज बृहस्पतिवार को पंडालम में आकाश एस नायर (32) के घर पहुंचीं।

माना जा रहा है कि कुवैत की इमारत में आग लगने की घटना में उनकी मौत हो गई।

मंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष चित्तयम गोपकुमार भी थे।

सूत्रों ने बताया कि दिवंगत शशिधरन के पुत्र आकाश कुवैत में लगी आग से बचकर भागने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन धुएं में दम घुटने के कारण उनकी मौत हो गई।

आकाश पिछले आठ साल से कुवैत में काम कर रहे थे। एक साल पहले ही वह छुट्टी में केरल आये थे। आकाश अविवाहित थे और दुर्घटना के समय हाईवे सुपरमार्केट परियोजना पर काम कर रहे थे। उनके परिवार में उनकी मां शोभा कुमारी हैं।

कुवैत के अधिकारियों के अनुसार, यह घटना दक्षिणी शहर मंगाफ की एक इमारत में घटी, जिसमें 40 भारतीयों सहित 49 विदेशी श्रमिकों की मौत हो गई तथा 50 अन्य घायल हो गए। इमारत के रसोईघर में बुधवार सुबह आग लग गई थी जिसमें 195 विदेशी श्रमिक रह रहे थे।

गृह मंत्रालय और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अधिकतर लोगों की मौत आग के बाद चारों ओर फैले धुएं से दम घुटने के कारण हुई।

भाषा स्वाती

स्वाती वैभव

वैभव

 

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