नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) खुदरा मुद्रास्फीति के एक साल के निचले स्तर 4.75 प्रतिशत पर पहुंचने के आधिकारिक आंकड़ों के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कहा कि ‘उच्च विकास और कम महंगाई’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार की पहचान है।
पार्टी नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि महंगाई दर में गिरावट का रुख बना हुआ है, चाहे वह कपड़ा हो, भोजन, मसाले या तेल हो।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में इसकी औसत दर 4.64 प्रतिशत थी जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान यह 9.25 प्रतिशत थी।
उन्होंने कहा, ‘यह लगभग दोगुना था।’ महंगाई को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करने के लिए कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और जयराम रमेश पर निशाना साधते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि संप्रग सरकार के 2014 तक के 10 साल के कार्यकाल के दौरान महंगाई बहुत अधिक थी।
वल्लभ ने एक बयान में कहा कि संप्रग शासन के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति 12.1 प्रतिशत थी, जबकि मोदी सरकार के दौरान यह 3.93 प्रतिशत रही।
उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और विभिन्न वैश्विक एजेंसियों ने पिछले वित्त वर्ष में 8.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के बाद भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि से जुड़े अपने पूर्वानुमान को बेहतर बताया है।
वल्लभ ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल को उच्च वृद्धि और कम मुद्रास्फीति के युग के रूप में अभिव्यक्त किया जा सकता है।
अच्छी बारिश के पूर्वानुमान का हवाला देते हुए इस्लाम ने कहा कि इससे खुदरा मुद्रास्फीति में और कमी आएगी।
बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं के दाम में मामूली गिरावट आने से मई महीने में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर एक साल के निचले स्तर 4.75 प्रतिशत पर पहुंच गई।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल, 2024 में 4.83 प्रतिशत और मई, 2023 में 4.31 प्रतिशत रही।
भाषा ब्रजेन्द्र संतोष
संतोष
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