श्रीनगर, नौ मई (भाषा) उत्तरी कश्मीर के सोपोर में राजनीतिक गतिविधियों के पुनर्निर्धारण के संबंध में पुलिस के आदेश से उठे विवाद के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रशासन पर पक्षपात करने और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप लगाया है।
सोपोर बारामूला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां सात चरण के संसदीय चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
आठ मई को सोपोर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दिव्या डी. के कार्यालय ने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को एक आधिकारिक निर्देश जारी किया, जिसमें क्षेत्र में विभिन्न राजनीतिक गतिविधियों के पुनर्निर्धारण की रूपरेखा दी गई।
आदेश में नौ मई से 18 मई तक की कार रैली को स्थगित करने और 10 मई से 18 मई तक राफियाबाद में एक राजनीतिक रैली के पुनर्निर्धारण का निर्देश दिया गया था, जबकि बेहरामपुरा में 12 मई की रैली के लिए कोई नयी तारीख प्रदान नहीं की गई थी। इन सभी रैली में अब्दुल्ला को शामिल होना था जो क्षेत्र में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं।
लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार 18 मई को शाम पांच बजे समाप्त होने के मद्देनजर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने निर्वाचन आयोग से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।
पुलिस के आदेश में राफियाबाद में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की रैली को रद्द करने का भी उल्लेख किया गया है, जिसे स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा संबोधित किया जाना था। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के एक धड़े के प्रमुख सज्जाद लोन बारामूला से चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी के दूसरे गुट का नेतृत्व उनके भाई बिलाल लोन कर रहे हैं, जो उदारवादी अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से जुड़े हैं।
कार्यक्रम के पुनर्निधारण संबंधी निर्देश में विशिष्ट कारणों का हवाला नहीं दिया गया, लेकिन घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने संकेत दिया कि क्षेत्र में विदेशी आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान के कारण ऐसा किया गया।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने बारामूला निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी उपाध्यक्ष अब्दुल्ला के लिए समान अवसर मुहैया कराने में कथित रूप से बाधा डालने के लिए प्रशासन की निंदा की। सादिक ने श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में कहा कि अब्दुल्ला के कार्यक्रमों का पुनर्निर्धारण अनुचित है और उन्होंने निर्वाचन आयोग से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस को समान राजनीतिक अवसर प्रदान करने और अधिकारियों से चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता की मांग करते हुए पार्टी को बिना किसी अड़चन के अपनी रैलियां आयोजित करने की अनुमति देने को कहा।
भाषा आशीष मनीषा
मनीषा
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