अठारहवीं लोकसभा की पहली बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्रियों, कई दलों के सदस्यों ने शपथ ली |

अठारहवीं लोकसभा की पहली बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्रियों, कई दलों के सदस्यों ने शपथ ली

अठारहवीं लोकसभा की पहली बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्रियों, कई दलों के सदस्यों ने शपथ ली

:   Modified Date:  June 24, 2024 / 07:23 PM IST, Published Date : June 24, 2024/7:23 pm IST

( तस्वीर सहित )

नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) अठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत सोमवार को हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उनकी मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ ही अन्य नवनिर्वाचित सदस्यों ने सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली।

कार्यवाहक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही का संचालन किया और सदस्यों को शपथ दिलाई।

प्रधानमंत्री मोदी हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव के बाद लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटे हैं। मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद ने नौ जून को शपथ ली थी। प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए हैं।

कार्यवाही शुरू होते ही सदन के नेता होने के नाते मोदी ने सबसे पहले शपथ ली। इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ‘मोदी मोदी’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए।

प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण करते समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्षी सदस्य अपने स्थानों पर संविधान की प्रति लेकर खड़े थे।

जब गृह मंत्री अमित शाह शपथ लेने आए तब भी विपक्षी सदस्यों ने संविधान की प्रति अपने हाथ में ले रखी थी, हालांकि इस दौरान वे अपने स्थानों पर बैठे हुए थे।

सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस के सदस्य कल्याण बनर्जी, समाजवादी पार्टी के सांसदों अखिलेश यादव और अवधेश प्रसाद को विपक्षी खेमे में सबसे आगे की पंक्ति में बैठे हुए देखा गया।

प्रसाद ने उत्तर प्रदेश की फैजाबाद सीट से भाजपा नेता लल्लू सिंह को हराया है।

सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले महताब ने राष्ट्रपति भवन में सदन के सदस्य और कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाई।

प्रधानमंत्री मोदी के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ सदस्य राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते ने सदस्य के रूप में शपथ ली। दोनों सदस्य अगले दो दिन सदन की कार्यवाही के संचालन में कार्यवाहक अध्यक्ष महताब की सहायता करेंगे।

कांग्रेस सदस्य के. सुरेश, द्रमुक के टी आर बालू और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय को भी सिंह और कुलस्ते के साथ पीठासीन सभापतियों के पैनल में चुना गया है लेकिन उन्होंने प्रोटेम स्पीकर के रूप में महताब के निर्वाचन पर आपत्ति जताते हुए शपथ नहीं ली और सदन से बहिर्गमन भी किया।

कांग्रेस का कहना है कि कार्यवाहक अध्यक्ष पद पर निर्वाचन के लिए उसके आठ बार के सदस्य सुरेश की अनदेखी की गई है।

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने कहा है कि उसके सदस्य सुरेश, बालू और बंदोपाध्याय विरोध स्वरूप पैनल में शामिल नहीं होंगे।

शपथ ग्रहण के क्रम में कैबिनेट मंत्रियों राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल, एच डी कुमारस्वामी, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, जीतन राम माझी और राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह समेत अन्य ने सदन की सदस्यता ग्रहण की।

अन्य कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्रियों ने भी लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली।

लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों ने सोमवार को जब शपथ ली तो भारत की भाषायी विविधता की झलक देखने को मिली। अधिकतर सदस्यों ने हिंदी में शपथ ली तो कई सदस्यों ने संस्कृत, असमिया, मैथिली, तेलुगू, कन्नड, मलयालम तथा पंजाबी एवं अन्य भारतीय भाषाओं में शपथ ग्रहण की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल आदि ने हिंदी में शपथ ली।

ओडिशा के संबलपुर से सांसद और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उड़िया भाषा में शपथ ली। जब वह शपथ लेने के लिए उठे तो विपक्षी सदस्यों ने ‘नीट-नीट’ के नारे लगाए।

नागर विमानन मंत्री तथा तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य राममोहन नायडू और भाजपा सांसद एवं कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने तेलुगू भाषा में, जनता दल सेक्यूलर नेता और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कन्नड में, जुएल ओरांव ने उड़िया में, सी आर पाटिल ने गुजराती में और सर्वानंद सोनोवाल ने असमिया भाषा में शपथ ग्रहण की।

महाराष्ट्र से लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव एवं राज्य मंत्रियों – रक्षा खडसे तथा मुरलीधर मोहोल ने मराठी भाषा में शपथ ली। कर्नाटक से निचले सदन की सदस्य निर्वाचित हुईं शोभा करंदलाजे और वी सोमन्ना ने कन्नड़ में शपथ ग्रहण की।

राज्य मंत्रियों – चंद्रशेखर पेम्मासानी, बंडी संजय कुमार और भूपति राजू ने तेलुगू में शपथ ली। शांतनु ठाकुर और सुकांतो मजूमदार ने बांग्ला में तथा सुरेश गोपी ने मलयालम में शपथ ली।

गोवा से भाजपा के सदस्य तथा विद्युत राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक और मध्य प्रदेश के बैतूल से सदस्य निर्वाचित हुए केंद्रीय आदिवासी कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने संस्कृत भाषा में शपथ ली।

किसी भी केंद्रीय मंत्री ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण नहीं की।

असम के धुबरी से कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने हाथ में संविधान की प्रति लेकर असमिया भाषा में शपथ ली।

असम के दरांग उदालगुड़ी से भाजपा सदस्य दिलीप सैकिया ने संस्कृत में शपथ ली, वहीं राज्य के दिफू से भाजपा सदस्य अमर सिंह टिसो ने अंग्रेजी में शपथ ली।

बिहार के शिवहर से जनता दल (यूनाइटेड) की सांसद लवली आनंद, मधुबनी से भाजपा सांसद अशोक कुमार यादव, झंझारपुर से जद(यू) के रामप्रीत मंडल और दरभंगा से भाजपा सदस्य गोपालजी ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ली।

पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की पुत्री और नई दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा की सदस्य बांसुरी स्वराज ने संस्कृत भाषा में शपथ ली। तेलुगू देशम पार्टी के कृष्णा प्रसाद टेन्नेटी और भाजपा के चिंतामणि महाराज ने भी संस्कृत में शपथ ली।

चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पंजाबी भाषा में शपथ ली।

आंध्र प्रदेश के अराकू संसदीय क्षेत्र से वाईएसआरसीपी की सदस्य गुम्मा तनुजा रानी ने हिंदी में शपथ ली।

कर्नाटक के अधिकतर सदस्यों ने कन्नड मे शपथ ली, वहीं केरल के ज्यादातर सदस्यों ने मलयालम भाषा में शपथ पढ़ी।

मध्य प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के अनेक सदस्यों ने संस्कृत में शपथ ली जिनमें सागर से लता वानखेड़े, राजगढ़ से रोडमल नागर, देवास से महेंद्र सिंह सोलंकी और खरगौन से गजेंद्र सिंह पटेल शामिल हैं।

इंदौर से भाजपा सदस्य शंकर लालवानी ने सिंधी भाषा में शपथ ली।

अठारहवीं लोकसभा की पहली बैठक में अनेक सदस्यों को एक दूसरे का अभिवादन करते और गले मिलते हुए देखा गया। कुछ सदस्यों ने संसद भवन में प्रवेश करते समय सीढ़ियों को स्पर्श कर लोकतंत्र के इस भवन के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया।

भाजपा की सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अनेक सदस्य जहां पीले रंग का दुपट्टा डाले हुए थे, वहीं समाजवादी पार्टी के सदस्य लाल टोपी और लाल रंग का गमछा पहनकर सदन में आए थे।

भाजपा सांसद और अभिनेता रवि किशन धोती कुर्ता पहनकर सदन में आए थे, वहीं रतलाम से नवनिर्वाचित भाजपा सांसद अनिता नागर सिंह चौहान पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा और आभूषण पहनकर लोकसभा में आई थीं। उन्होंने हिंदी में शपथ ली।

लोकसभा में सोमवार को सदस्यता की शपथ लेते समय कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने अपने हाथ में संविधान की प्रति ले रखी थी।

सोमवार को अंडमान निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, दिल्ली, दादरा नागर हवेली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख और मध्य प्रदेश के नव निर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली।

शेष नव निर्वाचित सदस्य मंगलवार को शपथ ग्रहण करेंगे।

भाषा वैभव हक वैभव सुभाष

सुभाष

 

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