नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के अध्यक्ष हर्ष चौहान ने मंगलवार को कहा कि आदिवासियों को सरलता से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना उनकी समस्याओं को दूर करने की कुंजी है और इससे उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सकता है।
चौहान ने आदिवासी समुदाय के लोगों के लिए संवेदनशीलता के साथ काम करने की जरूरत पर बल दिया। अनुसूचित क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था के मूल्यांकन और आदिवासियों के स्वास्थ्य पर दो दिवसीय संवाद का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच एक बड़ा मुद्दा है।
एनसीटीई के अध्यक्ष ने कहा, “जब हम आदिवासियों के लिए काम करते हैं तब एक पक्ष जो सामने आता है वह यह है कि वे बहुत से चीजें नहीं समझ पाते। इसलिए आदिवासियों के विकास के लिए सहानुभूति के तौर पर काम करने वाले अधिकांश लोग जागरूकता फैलाने का काम करते हैं। उनके लिए संवेदनशीलता के साथ काम करने वाले सरकारी तंत्र और गैर-सरकारी संगठनों के लोग बेहद कम हैं।”
भाषा यश उमा
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