विनय सहस्रबुद्धे ने विंडसर प्लेस गोल चक्कर का नाम सावरकर के नाम पर रखने के लिए पत्र लिखा |

विनय सहस्रबुद्धे ने विंडसर प्लेस गोल चक्कर का नाम सावरकर के नाम पर रखने के लिए पत्र लिखा

विनय सहस्रबुद्धे ने विंडसर प्लेस गोल चक्कर का नाम सावरकर के नाम पर रखने के लिए पत्र लिखा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:41 PM IST, Published Date : March 1, 2022/3:59 pm IST

नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) राज्यसभा के सदस्य और भारत सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के प्रमुख विनय सहस्रबुद्धे ने नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) को मंगलवार को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि लुटियन दिल्ली में स्थित प्रसिद्ध विंडसर प्लेस गोल चक्कर का नाम विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर रखा जाए।

सहस्रबुद्धे ने रेखांकित किया कि विंडसर प्लेस का नाम ‘विंडसर कैसल’ के नाम पर रखा गया है जो इंग्लैंड में स्थित है तथा ब्रिटिश राज का प्रतीक भी है।

आईसीसीआर के अध्यक्ष सहस्रबुद्धे ने पत्र में कहा है, “ उस इलाके का नाम ‘विंडसर प्लेस’ के नाम पर रखना उपनिवेशवाद और ब्रिटिश राज का प्रतीक है, जहां स्वतंत्र भारत के सभी सांसदों के आवास स्थित हैं। जब हम ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ मना रहे हैं तो यह अहम है कि वीर सावरकर जैसे लोगों को वाजिब सम्मान दिया जाए जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया है।”

एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि नगर निकाय आग्रह पर विचार करेगी।

उन्होंने कहा, “ हमें विनय सहस्रबुद्धे की ओर से एक ज्ञापन मिला है और परिषद विंडसर प्लेस गोल चक्कर का नाम स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर रखने के आग्रह पर विचार करेगी।”

एनडीएमसी ने हाल के सालों में कई सड़कों का नाम बदला है। 2015 में औरंगज़ेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड किया गया है। इसी तरह रेस कोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया है। इसी मार्ग पर प्रधानमंत्री का आवास है।

तीन मूर्ति चौक का नाम भी 2018 में बदला गया है और इसका नाम इज़राइल के शहर हैफा के नाम पर रखा गया है।

एनडीएमसी को, पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जरनल बिपिन रावत के नाम पर एक सड़क का नाम रखने के कई आग्रह मिले हैं। जरनल रावत की पिछले दिनों, तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर हादसे में मृत्यु हो गई थी।

भाषा

नोमान मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)