भुवनेश्वर: ओडिशा की राजनीति में अब वीके पांडियन का झुकाव साफ़ तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल वे नवीन पटनायक सरकार के कामों को संभालते दिख रहे हैं। वहीं, पांडियन और पटनायक का एक वीडियो वायरल होने के बाद, भाजपा ने आरोप लगाया है कि पूर्व IAS अधिकारी ओडिशा के सीएम के हाथ की हरकतों को कंट्रोल कर रहे हैं। हालांकि, पांडियन और पटनायक दोनों ने ही इस आरोप को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इस बार भाजपा की योजना काम नहीं करेगी। इस वीडियो के आने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि वीके पांडियन कौन है।
वीके पांडियन कौन हैं?
वीके पांडियन पिछले साल अक्टूबर में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (बीजेडी) में शामिल हुए थे। इससे पहले वे ओडिशा के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के तौर पर काम कर चुके हैं। वे ओडिशा कैडर के 2000 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं। उन्होंने दिल्ली में कॉलेज की पढ़ाई पूरी की और पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी के तौर पर अपना करियर शुरू किया। बाद में, एक उड़िया लड़की से शादी करने के बाद वे ओडिशा कैडर में चले गए।
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ऐसा रहा प्रशासनिक सफर
पांडियन तमिलनाडु के मूल निवासी हैं। उन्होंने 2002 में एक IAS अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया जब उन्हें कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ का उप-कलेक्टर नियुक्त किया गया। किसानों और विकास से जुड़े उनके काम के लिए, पांडियन को भारत के राष्ट्रपति से राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। 2005 में, उन्हें मयूरभंज जिले के कलेक्टर के रूप में पदोन्नत किया गया। 2007 में, पांडियन को गंजम स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने ‘हेलेन केलर पुरस्कार’ और कई राष्ट्रीय पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार प्राप्त किए। इसके बाद 2011 में उन्हें ओडिशा के सीएम का निजी सचिव नियुक्त किया गया। 2019 में पांडियन को ओडिशा सरकार की कुछ परिवर्तनकारी पहलों को लागू करने के लिए ‘5T सचिव’ की जिम्मेदारी दी गई। पांडियन ने 23 अक्टूबर 2023 को रिटायरमेंट ले लिया और बीजद ज्वॉइन कर ली।
बीजेपी साध रही निशाना
बता दें कि पार्टी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नवीन पटनायक के बाद पांडियन का ही दूसरा नाम था। वह बीजद की कैंपेन को भी लीड करते नजर आ रहे हैं और सीएम नवीन पटनायक के साथ हर सभा में भी मौजूद रहते हैं।पांडियन के लगातार एक्टिव रहने की वजह से विपक्षी पार्टियां पांडियन पर निशाना साध रही हैं। विपक्षी पांडियन के तमिल होने की वजह से इसे ओड़िया अस्मिता से जोड़ रहे हैं और पूर्व आईएएस को ही सुपर सीएम बता रहे हैं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी निशाना साधते हुए कहा थी कि पर्दे के पीछे ओडिशा को एक तमिल बाबू चला रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा को मौका दो तो हम उड़िया बोलने वाला ही सीएम आपको देंगे।
This is a deeply distressing video. Shri VK Pandian ji is even controlling the hand movements of Shri Naveen Babu. I shudder to imagine the level of control a retired ex bureaucrat from Tamil Nadu is currently exercising over the future of Odisha!
BJP is determined is give back… pic.twitter.com/6PEAt7F9iM
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) May 28, 2024