मुंबई, 24 मई (भाषा) महाराष्ट्र सरकार के राज्य शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा तैयार किए गए एक मसौदा पाठ्यक्रम में अंग्रेजी को 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए एक विदेशी भाषा और गैर-अनिवार्य विषय के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
वर्तमान पाठ्यक्रम के तहत, इन दोनों कक्षाओं के लिए अंग्रेजी एक अनिवार्य विषय है।
एससीईआरटी ने संबंधित पक्षों से तीन जून तक सुझाव भी मांगे हैं।
पाठ्यक्रम के मसौदे के अनुसार, 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए आठ विषय होंगे, जिनमें दो भाषाएं, चार ऐच्छिक विषय और दो अनिवार्य विषय शामिल होंगे।
किसी भी छात्र को कुल 17 भारतीय भाषाओं के समूह में से दो भाषाओं को चुनना होगा, जिसमें मराठी, संस्कृत, हिंदी, गुजराती, उर्दू, कन्नड़, तमिल, मलयालम, सिंधी, बंगाली, पंजाबी, पाली, तेलुगु, अर्धमगधी, महाराष्ट्री प्राकृत, अवेस्ता-पहलवी शामिल हैं।
अंग्रेजी को जर्मन, फ्रेंच, रूसी, जापानी, स्पेनिश, फारसी और अरबी के साथ अन्य विदेशी भाषाओं की श्रेणी में शामिल किया गया है।
भाषा शफीक राजकुमार
राजकुमार
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