मुंबई, 16 जून (भाषा) मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में मतगणना के दिन एक नवनिर्वाचित सांसद के रिश्तेदार द्वारा मोबाइल फोन से ईवीएम को ‘अनलॉक’ करने की खबर फर्जी और निराधार है।
एक अखबार की खबर में दावा किया गया है कि मुंबई उत्तर-पश्चिम के सांसद रवींद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पंडिलकर ने गोरेगांव के नेस्को में मतगणना केंद्र के अंदर एक मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर ‘‘एक ओटीपी जेनरेट किया, जिससे ईवीएम अनलॉक हो गई।’’ वायकर ने 48 वोटों के मामूली अंतर से यह सीट जीती थी।
वनराई थाने के अधिकारी ने कहा, ‘‘यह खबर फर्जी और निराधार है। किसी भी अधिकारी ने ऐसी कोई सूचना (ईवीएम को अनलॉक करने के संबंध में ओटीपी जेनरेट करने के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल की बात) नहीं दी है।’’
वनराई पुलिस ने वायकर के रिश्तेदार पंडिलकर के खिलाफ बुधवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (आधिकारिक आदेश की अवज्ञा) के तहत मामला दर्ज किया था। पंडिलकर पर आरोप है कि उन्होंने 4 जून को आम चुनाव के नतीजों की घोषणा के समय गोरेगांव स्थित मतगणना केंद्र पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था।
जोगेश्वरी विधानसभा क्षेत्र के मतदान अधिकारी दिनेश गुरव के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। गुरव का मोबाइल फोन मतगणना के दिन एक अनधिकृत व्यक्ति के पास पाया गया था।
इससे पहले, मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र की रिटर्निंग अधिकारी वंदना सूर्यवंशी ने खबर का खंडन करने के लिए प्रेस वार्ता आयोजित की।
सूर्यवंशी ने कहा, ‘‘ईवीएम एक स्वतंत्र प्रणाली है और इसे अनलॉक करने के लिए ओटीपी की कोई जरूरत नहीं है। हमने एक अखबार को भारतीय दंड संहिता की धारा 499, 505 के तहत मानहानि और झूठी खबर फैलाने के लिए एक नोटिस जारी किया है।’’
उन्होंने कहा कि ईवीएम में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की आशंका को खत्म करने के लिए उन्नत तकनीकी विशेषताएं और मजबूत प्रशासनिक सुरक्षा उपाय मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि मतगणना प्रक्रिया स्वतंत्र है और इसका मोबाइल फोन के अनधिकृत इस्तेमाल से कोई लेना-देना नहीं है।
भाषा आशीष सुभाष
सुभाष
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संजय राउत ने भाजपा नेता की पत्नी की ओर से…
1 hour ago