पालघर, 17 जून (भाषा) महाराष्ट्र के पालघर जिले में 29 मई को एक जल परियोजना की सुरंग में एक खुदाई मशीन और उसके संचालक के दब जाने के बाद शुरू हुआ तलाशी अभियान अब भी जारी है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि यह घटना सूर्या परियोजना के तहत वर्सोवा पुल के पास हुई। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य तेजी से बढ़ते मीरा भयंदर क्षेत्र की तरफ पीने के पानी की दिशा को मोड़ना है।
उन्होंने कहा, ‘अभियान एनडीआरएफ और एमईएस द्वारा संचालित किया जा रहा है। स्थानीय अग्निशमन विभाग भी इसमें शामिल है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटनास्थल का निरीक्षण करके राज्य संचालित मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) और एलएंडटी (जिसे परियोजना का निर्माण करने का ठेका दिया गया है) को खोज और बचाव के प्रयास तेज करने का निर्देश दिया था।“
आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘वर्तमान में शाफ्ट से मलबे को हटाने की सुविधा के लिए संरचना के कोनों और दीवारों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। फंसे हुए व्यक्ति तक पहुंचने में तेजी लाने के लिए शाफ्ट के अंदर कंक्रीट (बालू-पत्थर या अन्य पदार्थ से बनी ठोस वस्तु) तोड़ने का काम शुरू हो गया है।’
जिला प्रशासन की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिलाधिकारी गोविंद बोडके स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
भाषा
शुभम रंजन
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