Bharat Ratna for Indian doctors : कोरोना से जंग लड़ने वाले भारतीय चिकित्सकों को भारत रत्न मिले, सीएम केजरीवाल ने की मांग | Bharat Ratna for Indian doctors : Kejriwal demands Bharat Ratna for Indian doctors fighting Covid-19 epidemic

Bharat Ratna for Indian doctors : कोरोना से जंग लड़ने वाले भारतीय चिकित्सकों को भारत रत्न मिले, सीएम केजरीवाल ने की मांग

Bharat Ratna for Indian doctors : कोरोना से जंग लड़ने वाले भारतीय चिकित्सकों को भारत रत्न मिले, सीएम केजरीवाल ने की मांग

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : July 4, 2021/7:54 am IST

Bharat Ratna for Indian doctors

नई दिल्ली , चार जुलाई (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि देश का शीर्ष नागरिक पुरस्कार इस साल उन सभी चिकित्सकों, नर्सों और पैरामेडिक्स को दिया जाना चाहिए जिन्होंने कोविड-19 महामारी के बीच लोगों की सेवा की।

पढ़ें- 7th Pay Commission latest announcements : सरकारी कर्मचारियों के लि…

उन्होंने कहा कि यह उन चिकित्सकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने अपनी जान गंवाई।

पढ़ें- ट्रेन में ब्लास्ट के बाद आतंकियों को मिलते करोड़ों, पाकिस्तान और लश्कर के जरि..

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ इस वर्ष ‘भारतीय चिकित्सक’ को भारत रत्न मिलना चाहिए। ‘भारतीय चिकित्सक’ का मतलब सभी चिकित्सक, नर्स और पैरामेडिक्स हैं। शहीद हुए चिकित्सकों को यह सच्ची श्रद्धांजली होगी। अपनी जान और परिवार की चिंता किए बिना सेवा करने वालों का ये सम्मान होगा। पूरा देश इससे खुश होगा।’’

पढ़ें- PIB information on Third wave : तीसरी लहर का कहर, देश में फिर से टो

भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा मध्य जून में मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक कुल 730 चिकित्सकों की जान कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान गई है।

पढ़ें- संघ प्रचारकों में बड़ी फेरबदल की सुगबुगाहट, मोहन भागवत और सरकार्यवा…

बिहार में सबसे अधिक 115 चिकित्सकों की कोविड-19 से मौत हुई है जबकि दिल्ली में 109, उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, राजस्थान में 43, झारखंड में 39 और आंध्र प्रदेश में 38 चिकित्सकों ने महामारी से जान गंवाई है।

पढ़ें- Higgins boson particles discovery date : इतिहास में आज, वैज्ञानिकों…

आईएम के मुताबिक देश में कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान 748 चिकित्सकों की मौत हुई थी।