नयी दिल्ली, 18 मार्च (भाषा) इंस्टीट्यूट आफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स आफ इंडिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि लागत प्रबंधन लेखा की पढ़ाई पास करने वाले छात्रों को अब यूजीसी- नेट परीक्षा में योग्यता के मामले में स्नातकोत्तर डीग्री के बराबर माना जायेगा।
इंस्टीट्यूट आफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स आफ इंडिया (आईसीएआई) ने एक वज्ञप्ति में कहा है कि उसके लागत प्रबंध लेखा (सीएमए) की पढ़ाई में सफल छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के बराबर माना जायेगा। इसको विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मान्यता दी है।
भारतीय विश्वविद्यालयों और कालेजों में सहायक प्रोफेसर, कनिष्क शोधकर्ता अथवा दोनों पदों के लिये योग्य उम्मीदवारों के चयन के लिये ‘नेशनल एलिजिबीलिटी टेस्ट (नेट) का आयोजन किया जाता है।
इंस्टीट-यूट आफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स के अध्यक्ष विश्वारूप बासु ने कहा, ‘‘यूजीसी की ओर से यह मान्यता मिलने के बाद सीएमए की पढ़ाई करने वाले पेशेवरों को उच्चतर अध्ययन के लिये प्रोत्साहन मिलेगा और इसके बाद सीएमए की पढ़ाई पास करने वालों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता बढ़ेगी।’’
यूजीसी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट, कास्ट अकाउंटेंट और कंपनी सचिव की पढ़ाई को स्नोतकोत्तर डिग्री के बराबर का दर्जा देने का फैसला किया है।
भाषा
महाबीर मनोहर
मनोहर
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