6वीं 8वीं सदी की बीमारी 21वीं सदी में फिर लौटी.. चीन में अब तक दो की मौत | After Corona in China, now another disease is spreading rapidly

6वीं 8वीं सदी की बीमारी 21वीं सदी में फिर लौटी.. चीन में अब तक दो की मौत

6वीं 8वीं सदी की बीमारी 21वीं सदी में फिर लौटी.. चीन में अब तक दो की मौत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:41 PM IST, Published Date : August 9, 2020/7:04 am IST

चीन। कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैलाने के बाद चीन में अब एक और बीमारी फैल रही है। ब्यूबोनिक प्लेग नाम की बीमारी से चीन में कई लोग पीड़ित हो चुके हैं। इस बीमारी की वजह से वहां एक ही हफ्ते में दो लोगों की मौत हो चुकी है।

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ब्यूबोनिक प्लेग 

ये बीमारी चीन के मंगोलियाई क्षेत्र के एक गांव में फैली है। ब्यूबोनोयर शहर के स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक ब्यूबोनिक प्लेग के मामले में मरीज के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। जिस क्षेत्र में ब्यूबोनिक प्लेग की वजह से मरीज की मौत हुई है उसे पूरी तरह सील कर दिया गया है और उस शख्स के सात संबंधियों की मेडिकल टीम निगरानी कर रही है।

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ब्यूबोनिक प्लेग बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से फैलता है। इस बीमारी को पहले ब्लैक डेथ के नाम से भी जाना था। इस बीमारी के लिए प्लेग बैक्टीरिया जिम्मेदार होता है और ये कोई वायरस नहीं है। यही वजह से है कि अगर समय रहते एंटीबायोटिक दवाओं से इलाज किया जाए तो मरीज की जान भी बच सकती है।

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6वीं 8वीं सदी में भी आई थी बीमारी

इस बीमारी की शुरुआत 6ठीं और 8वीं सदी में हुई थी और उस वक्त इसे प्लेग ऑफ जस्टिनियन कहा जाता था, उस वक्त इस बीमारी ने पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों की जान ली थी। इस बीमारी का दूसरा हमला मानवों पर सन 1347 में हुआ था। तब इसे ब्लैक डेथ कहा जाने लगा और इस बीमारी की वजह से यूरोप की एक तिहाई आबादी की मौत हो गई थी।

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मानवों में यह बीमारी आमतौर पर कुछ खास जानवरों की वजह से फैलती है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार चूहा, गिलहरी और मैमल्स के शरीर में प्लेग बैक्टीरिया मौजूद रहता है और इनके काटने या फिर संपर्क में आने से इंसानों में भी यह बीमारी फैल जाती है।
ब्यूबोनिक प्लेग सबसे पहले जंगली चूहों को होता है। चूहों के मरने के बाद इस प्लेग का बैक्टीरिया पिस्सुओं (मैमल्स) के जरिए मानव शरीर में प्रवेश कर जाता है। इसके बाद जब पिस्सू इंसानों को काटता है वह संक्रामक लिक्विड इंसानों के खून में छोड़ देता है।

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बीमारी के लक्षण

बात अगर हम ब्यूबोनिक प्लेग के लक्षणों की करें तो इससे पीड़ित मरीज को सिर में दर्द और बुखार की समस्या होती है। शरीर में कमजोरी महसूस होती है और शरीर के कई अंगों में सूजन आ जाती है।