हिंसा में इंसानियत: कहीं हिंदू ने मुस्लिमों की दुकानें जलने से बचाई तो कहीं मुस्लिम ने हिंदू परिवारों की जान, शिव मंदिर को भी कुछ होने नहीं दिया | Delhi violence: Hindu saved the shops of Muslims from burning

हिंसा में इंसानियत: कहीं हिंदू ने मुस्लिमों की दुकानें जलने से बचाई तो कहीं मुस्लिम ने हिंदू परिवारों की जान, शिव मंदिर को भी कुछ होने नहीं दिया

हिंसा में इंसानियत: कहीं हिंदू ने मुस्लिमों की दुकानें जलने से बचाई तो कहीं मुस्लिम ने हिंदू परिवारों की जान, शिव मंदिर को भी कुछ होने नहीं दिया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : February 29, 2020/1:44 pm IST

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा अब शांत हो गई है। तीन दिनों के बाद धीरे-धीरे स्थितियां सुधर रही है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के थमने के बाद अब इंसानियत की दर्द भरी कहानियां सामने आ रही है। जौहरीपुर इलाका में हिंदू परिवारों ने मुस्लिमों की दुकानें जलने से बचाया है तो वहीं इंदिरा विहार में मुस्लिमों ने शिव मंदिर को कुछ होने दिया और न ही हिंदू परिवारों को।

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उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शिव विहार से करीब 300 मीटर की दूरी पर जौहरीपुर इलाका है। यहां भी दंगे की भीषण आग फैल हुई थी। इस बीच हिंदू परिवारों को जब ये बात पता चली कि कुछ लोग मुस्लिमों की दुकानें जलाने आ रहे ​हैं तो उन्होंने दुकानों के बोर्ड उतार दिए।

बताते चले कि दंगाइयों ने शिव विहार के चमन पार्क इलाके में बानो की दुकान और मकान को आग के हवाले कर दिया। वहीं हिंदू परिवारों ने किसी तरह से उन परिवारों को वहां से निकालकर उनकी जान बचाई। वहीं अब हिंसा की आग शांत होने के बाद इंसानियत की यह कहानी लोगों को पता चली है।

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एक तरफ जहां हिंदू परिवारों ने मुस्लिम परिवारों की दुकानें जलने से बचाई तो दूसरी तरफ यहां इंदिरा विहार इलाके में मुस्लिमों ने न सिर्फ हिंदू परिवारों की जान बचाई बल्कि शिव मंदिर को भी कुछ होने दिया। आपको बता दें कि इंदिरा विहार इलाका मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। यहां गिने चुने 3-4 हिंदू परिवार रहते हैं।

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हिंसा की आग में फंसे हिंदू परिवारों ने मुस्लिमों परिवार के यहां चार दिनों से शरण लिए हुए है। महिलाओं ने कहा कि अब अपने घर जाने में भी डर लग रहा है। महिलाएं कलमा पढ़ रही हैं। वह कहती हैं कि पुलिस और सरकार से उम्मीद नहीं रही। आपको बता दें कि दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो गई है। 200 से ज्याद लोग घायल हुए। इनमें से कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई। ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। दिल्ली सरकार लगातार हिंसा ग्रस्त इलाकों का लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।

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