PHD स्कॉलर से प्रोफेसर ने किया छेड़छाड़, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर छात्रों ने निकाली मशाल रैली | Indira Gandhi National Tribal University Fired Candle March

PHD स्कॉलर से प्रोफेसर ने किया छेड़छाड़, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर छात्रों ने निकाली मशाल रैली

PHD स्कॉलर से प्रोफेसर ने किया छेड़छाड़, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर छात्रों ने निकाली मशाल रैली

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:03 PM IST, Published Date : December 4, 2019/4:43 am IST

पेंड्रा: प्रोफेसर द्वारा पीएचडी स्कॉलर से छेड़छाड़ करने के मामले को लेकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिक्षक के खिलाफ शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से नाराज छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए मशाल रैली निकाल है। ज्ञात हो कि प्रोफेसर संतोष सोनकर के खिलाफ एक पीएचडी छात्रा से छेड़छाड़ के मामले को लेकर 20 नवंबर शिकायत दर्ज कराई गई थी। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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गौरतलब है कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रही एक छात्रा ने 20 नवंबर 2019 को प्रोफेसर संतोष सोनकर के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी। छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह प्रोफेसर डॉ. संतोष सोनकर के निर्देशन में 29 जुलाई 2017 से शोध कर रही है। शुरूआत में प्रोफेसर ठीक से पेश आए, लेकिन कुछ महीने बाद उनके व्यवहार में बदलाव आ गया।

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प्रोफेसर अक्सर रात में शोध कार्य के लिए बुलाने लगे। इस दौरान वे रात में ही फिल्ड पर ले जाते और वहां वे अश्लील हरकत करने की कोशिश करते। उन्होंने फील्ड विजिट तथ्य संकलन के नाम पर मुझे अपने साथ करंजिया और डिंडौरी चलने के लिए बाध्य किया, जहां से लौटते समय खुद शराब पीकर मुझे भी शराब पीने का दवाब बनाया। लेकिन मैंने मना कर दिया।

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शराब पीने के लिए मना करने पर संतोष सोनकर मुझसे जबरदस्ती करने लगे। इसके बाद मेरे द्वारा विरोध करने पर मुझसे अभद्र व्यवहार करते हुए मेरा भविष्य बर्बाद करने की भी धमकी देने लगे। इस रात हम जैसे—तैसे वापस कैंपस लौटे। अलग दिन सुबह मैंने अपने विभागाध्यक्ष को मामले की जानकारी दी। इसके बाद में प्राध्यापक ने मुझे अपने चैम्बर में बुलाया था, जहां नहीं जाने पर मेरे खिलाफ नोटिस जारी करते हुए मेरे शोध कार्य के प्रति लापरवाह सहित अन्य शब्दों का इस्तेमाल किया था।

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