शहर को दूसरी बड़ी सौगात, सबसे लंबे फ्लाई ओवर के बाद बनाया जाएगा प्रदेश का सबसे लंबा प्लेटफार्म | Second big gift to the city State's longest platform will be built after the longest flyover

शहर को दूसरी बड़ी सौगात, सबसे लंबे फ्लाई ओवर के बाद बनाया जाएगा प्रदेश का सबसे लंबा प्लेटफार्म

शहर को दूसरी बड़ी सौगात, सबसे लंबे फ्लाई ओवर के बाद बनाया जाएगा प्रदेश का सबसे लंबा प्लेटफार्म

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:44 PM IST, Published Date : August 19, 2020/7:29 am IST

जबलपुर । प्रदेश में सबसे लंबे फ्लाई ओवर के साथ अब मदन महल रेलवे स्टेशन में पश्चिम मध्य रेलवे प्रदेश का सबसे लंबा प्लेटफार्म बनाने जा रहा है, प्रदेश के इस सबसे लंबे प्लेटफॉर्म की लंबाई तकरीबन 750 मीटर से ज्यादा होगी, आमतौर पर रेल्वे प्लेटफार्म की लंबाई 600 से 650 मीटर तक होती है, लेकिन इस प्लेटफार्म की लंबाई लगभग 750 मीटर होगी। प्रदेश के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म को बनाने की जिम्मेदारी पश्चिम मध्य रेलवे के निर्माण विभाग को मिली है, जबावदारी मिलने के बाद वह जल्द ही इसका काम शुरू करेगा।

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दरअसल पश्चिम मध्य रेलवे जोन के अंतर्गत तकरीबन 300 रेलवे स्टेशन हैं, लेकिन किसी भी स्टेशन पर इतना लंबा प्लेटफार्म नहीं है,और न ही मध्यप्रदेश में इतना लंबा प्लेटफार्म मौजूद है। देश का सबसे लंबा प्लेटफार्म उत्तरप्रदेश के गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर है, जिसकी लंबाई तकरीबन 1366.33 मीटर है, दूसरा सबसे लंबा प्लेटफॉर्म केरल के कोल्लम स्टेशन पर है, इसकी लंबाई 1180.5 मीटर है, इसी तरह पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की लंबाई 1072.5 मीटर, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्टेशन पर 802 मीटर, झांसी स्टेशन पर 770 मीटर और सोनपुर स्टेशन पर 738 मीटर लंबे प्लेटफॉर्म बनाए जा चुके हैं।

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मदनमहल रेलवे स्टेशन को इससे पहले मध्यप्रदेश के पहला पिंक रेलवे स्टेशन होने का दर्जा प्राप्त है, अब जल्द ही दूसरी बड़ी उपलब्धि उसके नाम होने जा रही है, जिसके बाद मदन महल स्टेशन पर प्रदेश के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म और टर्मिनल बनाने के बाद यहां से रोजाना तकरीबन 15 से 20 ट्रेनों का संचालन होगा, दरअसल मदन महल स्टेशन पर प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने के पीछे रेलवे के पास दो बड़ी वजह हैं, पहली यह कि यहां पर 26 कोच या इससे अधिक कोच की ट्रेनों को आसानी से खड़ा किया जा सकेगा, वहीं दूसरी वजह यह कि इस स्टेशन पर नया फुट ओवरब्रिज बनाया जाना है, रेलवे की मंशा है कि वह नए ब्रिज को ऐसी जगह बनाएं जहां से यात्री आसानी से इस पर चढ़-उतर सकें।