विश्वकप सेमीफाइनल ही थी धोनी की अंतिम पारी ! चयनकर्ता नहीं चाहते अब टीम में हो वापसी | World Cup semi-final, Dhoni's last innings! The selectors do not want to return to the team.

विश्वकप सेमीफाइनल ही थी धोनी की अंतिम पारी ! चयनकर्ता नहीं चाहते अब टीम में हो वापसी

विश्वकप सेमीफाइनल ही थी धोनी की अंतिम पारी ! चयनकर्ता नहीं चाहते अब टीम में हो वापसी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : July 15, 2019/7:34 am IST

नई दिल्ली । विश्वकप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से टीम इंडिया की हार के बाद एमएस धोनी के क्रिकेट करियर पर ग्रहण लग सकता है। चयनकर्ताओं ने इस बात के संकेत दिए हैं कि यदि धोनी खुद संन्यास की घोषणा नहीं करते हैं, तो शायद ही अब कभी वह टीम इंडिया के लिए खेल पाएं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद जल्द ही धोनी से इस संबंध में चर्चा करेंगे।

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जानकारी के मुताबिक चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद जल्द ही धोनी से इस संबंध में बात करेंगे। यदि धोनी संन्यास की घोषणा नहीं करते हैं तो उन्हें टीम प्रबंधन अपनी रणनीति से अवगत करायेगा। दरअसल चयनकर्ताओं का मानना है कि उन्हें नहीं लगता है कि वह टी20 वर्ल्ड कप-2020 में टीम में शामिल रह सकते हैं। उन्हें सम्मान के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए। अब वह कभी वैसी लय हासिल नहीं कर सकते, जिसके लिए उन्हें जाना जाता रहा है।

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सूत्रों के मुताबिक, ‘ऋषभ पंत जैसे युवा क्रिकेटर अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वहीं धोनी अब पहले जैसे फिनिशर नहीं रहे। धोनी 6 या 7 नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं तो संघर्ष करते दिखते हैं। इस विश्वकप में सेमीफाइनल सहित लीग मैचों में धोनी की पारी धीमी रही थी, इसकी वजह से आखिरी ओवरों में जब कम गेंद की तुलना में अधिक रन चाहिए थे तो वह आउट हो गए और भारत सेमीफाइनल मैच 18 रन से हार गया।

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बता दें कि धोनी ने 350 वनडे में 50.57 की औसत से 10,773 रन बनाए हैं, जबकि 98 इंटरनैशनल टी-20 में 37.60 की औसत से 1617 रन बनाए हैं।

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इस बारे में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ का मानना है कि उनके देश में बड़े सितारों को बाहर करने के लिए सर्वश्रेष्ठ चरणबद्ध नीति है जबकि उप महाद्वीप में एक बार खिलाड़ी महान दर्जा हासिल कर ले तो उसके लिए ऐसा करना मुश्किल हो जाता है। ऑस्ट्रेलिया निश्चित रूप से ऐसा करता है। यह मायने नहीं रखता कि आप कौन हो क्योंकि आपको जाना ही होता है।

 

 

 
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