त्रिपुरा में जिम्नास्टिक में काफी संभावनाएं : द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच नंदी |

त्रिपुरा में जिम्नास्टिक में काफी संभावनाएं : द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच नंदी

त्रिपुरा में जिम्नास्टिक में काफी संभावनाएं : द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच नंदी

:   Modified Date:  June 16, 2024 / 01:36 PM IST, Published Date : June 16, 2024/1:36 pm IST

अगरतला, 16 जून (भाषा) जिम्नास्टिक में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल करने वाले कोच बिश्वेश्वर नंदी को त्रिपुरा के जिमनास्टों से वैश्विक मंच पर चमकने की उम्मीद है।

नंदी शीर्ष जिमनास्ट दीपा करमाकर के कोच भी हैं, जो 2016 रियो ओलंपिक में वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रही थीं।

नंदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ त्रिपुरा में जिम्नास्टिक में काफी संभावनाएं हैं। छह से सात लड़कियां राष्ट्रीय स्तर ही नहीं बल्कि वैश्विक मंच पर भी अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता दिखा रही हैं। जिम्नास्टिक एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी, चोट लगने की संभावना वाला और तकनीकी खेल है। इसमें कोच का उचित मार्गदर्शन बहुत महत्वपूर्ण है।’’

उन्होंने जिम्नास्टिक के विकास के लिए यहां नेताजी सुभाष क्षेत्रीय कोचिंग सेंटर (एनएसआरसीसी) में अच्छी सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की सराहना की।

उन्होंने कहा, ‘‘कड़े प्रशिक्षण के दौरान, लड़कों और लड़कियों को चोटें लगती हैं, जो इस खेल में एक बड़ी चिंता का विषय है। जिमनास्ट के शारीरिक फिटनेस को बरकरार रखने के लिए कोच को अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत है।’’

हाल ही एशियाई सीनियर चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनी दीपा ने इस मौके पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि इस साल उनके लिए कोई प्रतियोगिता नहीं है। ऐसे में भारत का कोई भी जिमनास्ट पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका।

तीस साल की दीपा ने कहा, ‘‘2024 और 2025 में ओलंपिक को छोड़कर कोई बड़ा आयोजन नहीं है। फिलहाल मैं कोच बिश्वेश्वर नंदी के मार्गदर्शन में खुद को फिट रखने की कोशिश कर रही हूं।’’

भाषा आनन्द पंत

पंत

 

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