पुणे, 17 मई (भाषा) पुणे जिला स्वास्थ्य विभाग ने कथित रूप से बिल का भुगतान नहीं होने पर एक कोरोना वायरस संक्रमित का शव नहीं देने के मामले में तालेगांव दाभाडे के एक मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के खिलाफ सोमवार को जांच का आदेश दिया।
जिला प्रशासन ने अस्पताल के खिलाफ शिकायत में जांच के लिए आठ सदस्यीय समिति बनाई है जिसमें जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, बी जे मेडिकल कॉलेज और सासून जनरल अस्पताल के एक चिकित्सक, खाद्य और औषधि प्रशासन के एक अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी तथा जिला सिविल सर्जन शामिल हैं।
जिला सिविल सर्जन अशोक नंदापुरकर ने कहा, ‘‘मावल से शिवसेना के लोकसभा सदस्य श्रीरंग बर्णे की ओर से शिकायत मिली है कि अस्पताल प्रबंधन ने बिलों का भुगतान नहीं किये जाने पर कथित तौर पर एक कोविड-19 पीड़ित के शव को तीन दिन तक रोक कर रखा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आठ सदस्यीय समिति शिकायत पर जांच के लिए मंगलवार को अस्पताल का दौरा करेगी।’’
बर्णे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि मावल के एक गरीब रोगी की पिछले दिनों कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यु हो गयी थी और महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के माध्यम से मेडिकल बिल का भुगतान किये जाने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने मृतक के परिजनों से और पैसा मांगा।
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