लखनऊ, 21 जून (भाषा) समाजवादी पार्टी की छात्र शाखा ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं को लेकर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया और दावा किया कि इम्तिहान में धांधली हुई है और इसका पेपर लीक हो गया था।
समाजवादी छात्र सभा (एससीएस) के सदस्यों ने लखनऊ के बापू भवन चौराहे पर राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपा।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने एक बयान में कहा कि एससीएस ने परीक्षा रद्द करने के साथ-साथ दोबारा इम्तिहान कराने की मांग की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने छात्रों पर बल प्रयोग किया। चौधरी ने दावा किया कि उन्होंने छात्रों को प्रदर्शन करने से रोकने की कोशिश की।
एससीएस ने उत्तर प्रदेश के अन्य भागों में भी विरोध प्रदर्शन किया।
अपने ज्ञापन में समाजवादी पार्टी की छात्र शाखा ने यह भी मांग की कि इम्तिहान आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को खत्म किया जाना चाहिए और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 पांच मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसके नतीजे 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा किए जाने के कारण नतीजे चार जून को घोषित किए गए।
इस परीक्षा में 67 विद्यार्थियों ने शत प्रतिशत (720 में से 720 अंक) प्राप्त किए जो एनटीए के इतिहास में अप्रत्याशित है। इनमें हरियाणा के फरीदाबाद के एक केंद्र के छह छात्रों का नाम भी शामिल है, जिससे अनियमितताओं का संदेह पैदा होता है। आरोप लगाया गया है कि कृपांक की वजह से 67 छात्रों को शीर्ष रैंक मिली है।
भाषा जफर नोमान
नोमान
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