इस्लामाबाद, 17 जून (भाषा) पाकिस्तान के लोगों ने सोमवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया और शीर्ष नेतृत्व ने उनसे नकदी की कमी से जूझ रहे देश के सामने मौजूद विभिन्न चुनौतियों के बीच त्याग, भाईचारे और निस्वार्थता की भावना को बढ़ावा देने का आग्रह किया।
सरकार ने नागरिकों से पक्षी-विमान टकराव के जोखिम से बचने के लिए कुर्बानी के लिए इस्तेमाल किये गए पशुओं के अपशिष्ट का सुरक्षित निपटान सुनिश्चित करने की भी अपील की।
रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार, सरकार ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे हवाई अड्डों के आसपास के क्षेत्रों में अपशिष्ट पदार्थ न फेंकें, क्योंकि इससे वहां कूड़ा-कचरा इकट्ठा हो जाता है और पक्षी विमानों से टकराकर गंभीर त्रासदी का कारण बन सकते हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने त्याग, भाईचारे और निस्वार्थता की भावना को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
नवाबशाह स्थित जरदारी हाउस में ईद की नमाज अदा करने वाले राष्ट्रपति जरदारी ने कुर्बानी के पर्व ईद-उल-अजहा के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी को अपने आस-पास के लोगों, खासकर उन लोगों के साथ त्योहार की खुशियां बांटने के लिए प्रोत्साहित किया जो आर्थिक तंगी के कारण इसे नहीं मना पा रहे हैं।
लाहौर के मॉडल टाउन में ईद की नमाज अदा करने वाले शहबाज ने कहा कि यह दिन लोगों को एकजुट करने और भाईचारे तथा बंधुत्व के बंधन को बढ़ावा देने का अवसर है। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘हम सभी इस शुभ दिन के सच्चे सार को अपनाएं, एकता को बढ़ावा दें और बलिदान की भावना को अपनाएं।’
जरदारी और शहबाज दोनों ने अपने संदेशों में कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ फलस्तीनियों की स्थिति का भी उल्लेख किया। ज्वाइंट चीफ्स आफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) अध्यक्ष और सेना के अंगों के प्रमुखों ने सभी पाकिस्तानियों को शुभकामनाएं दी।
इसके अलावा, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने ईद के दिनों में साफ-सफाई और बेहतर सुरक्षा के निर्देश देने के साथ ही प्रशासन को तहसील स्तर तक इसके लिए व्यवस्था करने के लिए कहा।
ईद के तीन दिनों के दौरान जानवरों की कुर्बानी दी जाएगी।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था वर्तमान में गंभीर आर्थिक संकटों का सामना कर रही है।
भाषा अमित रंजन
रंजन
रंजन
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)