(एम जुल्करनैन)
लाहौर, 16 अप्रैल (भाषा) पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में शनिवार को उस समय हंगामा हो गया जब सत्ताधारी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के विधायकों ने डिप्टी स्पीकर दोस्त मुहम्मद मजारी से हाथापाई की। मजारी प्रांत के नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए बुलाए गए महत्वपूर्ण सत्र की अध्यक्षता करने पहुंचे थे।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के विधायकों ने मजारी पर हमला किया और वफादारी बदलने के लिए उनके बाल खींचे। टीवी फुटेज में दिखा है कि मजारी को सुरक्षा गार्ड द्वारा बचाने से पहले पीटीआई सदस्यों ने उन्हें थप्पड़, घूंसे मारे और घसीटा।
मजारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझपर हमला करने वाले पाकिस्तान में मार्शल कानून चाहते हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगे।’’
पंजाब विधानसभा के पीटीआई के तीन सदस्यों की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद सत्तारूढ़ दल ने सत्र का बहिष्कार किया। लंबे इंतजार और हंगामे के बाद मजारी के अपने आसन पर बैठने पर सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
पीटीआई के विधायक सदन में लोटा लेकर लाए और ‘‘लोटा, लोटा’’ (दल-बदलू) के नारे लगाने लगे। उन्होंने असंतुष्ट पीटीआई विधायकों पर निशाना साधा जिन्होंने पार्टी से नाता तोड़ लिया है और विपक्ष का समर्थन करने का फैसला किया। पीटीआई विधायकों ने कहा कि वे अपनी पार्टी के 24 असंतुष्ट सदस्यों को मुख्यमंत्री के चुनाव में वोट नहीं डालने देंगे।
दो उम्मीदवारों- हमजा शाहबाज और परवेज इलाही के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और अन्य गठबंधन दलों के संयुक्त उम्मीदवार हैं, जबकि पीएमएल-क्यू के इलाही को पीटीआई का समर्थन प्राप्त है।
अगर पीटीआई के बागी सदस्यों को वोट डालने दिया जाता है तो हमजा का मुख्यमंत्री बनना तय है। स्थिति बेकाबू होते ही विधानसभा के बाहर तैनात पुलिस सदन में दाखिल हो गई। इलाही और अन्य सदस्यों ने इसका विरोध किया और इसे सदन की पवित्रता का उल्लंघन करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के इतिहास में पुलिस कभी भी पंजाब विधानसभा में नहीं घुसी। हम पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक को तलब करेंगे और कानून के तहत उन्हें एक महीने की सजा देंगे।’’ झड़प में इलाही घायल हो गए हैं।
इलाही ने कहा, ‘‘मेरी अच्छाई के लिए मुझे पुरस्कार मिला है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे खत्म’’ करने के लिए उन्होंने आज सारी हदें पार कर लीं और मेरे साथ मारपीट की।
जिओ न्यूज के अनुसार, इलाही ने कहा, ‘‘जब उनका परिवार निर्वासन में था तो मैंने उनका ख्याल रखा।’’
भाषा अर्पणा उमा
उमा
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)